गैरसैंण: उत्तराखंड विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान पहले प्रश्नकाल संपन्न हुआ तो वहीं, शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने सदन के भीतर व्यवस्था का प्रश्न उठाया. दरअसल, कल विधानसभा सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्षी विधायकों के निलंबन के मामले को लेकर प्रीतम सिंह ने नियमावली का हवाला देते हुए कहा कि पीठ के विनिश्चय में कुछ कमियां थी, जिसे ठीक किया जाना चाहिए. बावजूद इसके विधानसभा अध्यक्ष ने अपने कल के फैसले को सही ठहराया.
दरअसल, विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के हंगामे के चलते विधानसभा ने विपक्ष के विधायकों को बाहर जाने की बात कही. साथ ही 15 सदस्यों को निलंबन का पत्र भेज दिया गया. जिससे नाराज विपक्षी सदस्यों ने सदन की कार्यवाही के दौरान हंगामा जारी रखा. साथ ही सदन में मौजूद तमाम दस्तावेजों को फाड़कर पीठ की तरफ उछाला. जिसके चलते इस मामले को लेकर आज शून्य काल के दौरान प्रीतम सिंह ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया, ताकि विपक्ष के विधायकों के निलंबन को रिकॉर्ड से हटा दिया जाए.
पढे़ं-Gairsain budget session 2023: वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पेश करेंगे बजट, बताया ऐसा होगा विकास का रोडमैप
यही नहीं, प्रीतम सिंह के व्यवस्था पर प्रश्न उठाने पर सदस्य मुन्ना सिंह चौहान ने सदन में विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि निलंबन के विनिश्चय को वापस देने का कष्ट करें, साथ ही उन्होंने उदारता दिखाने की बात कही. चौहान ने कहा अगर पीठ निलंबन को वापस लेती है तो इससे पीठ की गरिमा बढ़ेगी. इस मामले पर सदन के भीतर संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने व्यवस्था के प्रश्न पर कहा कल जो कुछ भी सदन में हुआ वो भावेश में हुआ. ऐसे में कल की घटना में जो निलंबन की कार्यवाही हुई थी, ऐसे में निलंबन के प्रभाव को समाप्त किए जाने का विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया.
पढे़ं-Congress Protest: गैरसैंण बजट सत्र के तीसरे दिन भी कांग्रेस का प्रदर्शन तेज, भर्ती परीक्षाओं में CBI जांच की मांग
विधानसभा के सभी सदस्यों के बयान को सुनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने प्रीतम सिंह के शून्य काल के तहत उठाए गए व्यवस्था के सवाल को आग्रह किया. यही नहीं, विधानसभा अध्यक्ष ने संसदीय कार्यमंत्री और वरिष्ठ सदस्य मुन्ना सिंह चौहान की मंशा को दरकिनार करते हुए कल लिए गए पीठ के निर्णय को सही ठहराया. साथ ही जब प्रीतम सिंह ने सवाल उठाना चाहा तो अध्यक्ष ने कहा कल विपक्षी दल ने सदन में हंगामा किया और न सिर्फ वेल में आकर दस्तावेज को फाड़े बल्कि पीठ की तरफ उसे उछला भी, लिहाजा उनका कल का निर्णय सही है.