देहरादून: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा अपने चरम पर है. इस दौरान पुलिस के जवानों के साथ चारों धामों में होमगार्ड के स्वयंसेवी भी कदमताल करते हुए नजर आ रहे हैं. खास बात यह है कि चारों धामों में श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने को लेकर सराहनीय कार्य करने वाले होमगार्डस को सम्मानित किया जा रहा है. इसके लिए हर दिन आ रहे हजारों श्रद्धालुओं को सेवाएं देने वाले होमगार्ड्स में से प्रत्येक दिन एक होमगार्ड्स को चयनित कर सम्मानित किया जा रहा है.
उत्तराखंड में यह पहली बार है जब सुरक्षा कार्यों से लेकर ट्रैफिक और चार धाम जैसी महत्वपूर्ण यात्रा में भी होमगार्डस, पुलिस के जवानों के साथ कदमताल करते हुए नजर आ रहे हैं. इस बार चार धाम यात्रा सीजन में भी होमगार्डस को विशेष तौर पर तैनात किया गया है. इसमें न केवल होमगार्ड यातायात ड्यूटी में लगाए गए हैं बल्कि चारों धामों में हेल्प डेस्क के रूप में भी इनकी तैनाती की गई है. पिछले एक हफ्ते में होमगार्डस की इस हेल्प डेस्क ने सैकड़ों लोगों को धाम के दर्शन करवाये हैं.
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बता दें चार धाम यात्रा में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ में इस बार आने वालों का आंकड़ा 20 लाख को भी क्रॉस कर चुका है. ऐसे में यात्रा में आने वाले बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए होमगार्ड हेल्प डेस्क के माध्यम से काम कर रहे हैं. यहां पर होमगार्ड धाम परिसर में बुजुर्ग और दिव्यांग लोगों को पहुंचाने का काम कर रहे हैं. इस दौरान बीमार लोगों को विशेष तौर पर सुविधाएं देने के लिए भी होमगार्ड काम कर रहे हैं. अच्छी बात यह है कि होमगार्ड के इसी सराहनीय कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित करने का फैसला लिया गया है. इसमें हर दिन चार धाम में बेहतर काम करने वाले एक होमगार्ड को चिन्हित किया जाएगा. इससे पहले होमगार्ड की सेवाओं को लेकर भी कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. होमगार्ड को हथियारों की ट्रेनिंग दी गई है. उनके ओवरऑल डेवलपमेंट के लिए भी विभिन्न तरह के नए प्रयोग किए गए हैं.