देहरादूनःउत्तराखंड के चर्चित फॉरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाला प्रकरण में एसआईटी टीम ने अपनी जांच मुकम्मल कर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को रिपोर्ट सौंप दी है. ऐसे में अब आयोग द्वारा ही इस प्रकरण में आगे की कार्रवाई का निर्णय लिया जायेगा. जांच रिपोर्ट के आधार पर ही फैसला होगा कि फरवरी 2019 में आयोजित की गई फॉरेस्ट भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी जाए या नहीं.
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार बता दें कि फॉरेस्ट गार्ड भर्ती प्रकरण में नकल कराकर घोटाला करने वाले 11 से अधिक कोचिंग संचालकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. जबकि नकल करने वाले आवेदकों को भी नोटिस जारी किया गया था. मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि हरिद्वार एसएसपी द्वारा आयोग को रिपोर्ट सौंप दी गई है. अब इस भर्ती प्रक्रिया के संबंध में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ही आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेगा.
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क्या है मामला
फरवरी 2019 में उत्तराखंड फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा आयोजित कराई गई थी. जिसमें पता चला था कि पौड़ी और रुड़की स्थित कोचिंग इंस्टीट्यूटों द्वारा संबंधित लोगों से मिलीभगत कर परीक्षार्थियों से पैसे वसूलकर नकल कराई गई थी. इस मामले का उजागर होते ही शासन द्वारा हरिद्वार और पौड़ी एसएससी के नेतृत्व में जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया. हरिद्वार एसएसपी की अध्यक्षता में एसआईटी टीम ने पूरे प्रकरण में जांच पड़ताल करते हुए पौड़ी और रुड़की के 11 कोचिंग संस्थानों के संचालकों को नकल का आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार कर जेल भेजा. हालांकि टीम अभी तक 3 दर्जन से अधिक नकल करने वाले वेदकों को भी नोटिस जारी कर चुकी है.