देहरादूनःउत्तराखंड में कोरोना संक्रमण पर स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों को गाइडलाइन का पालन और मानवता का पाठ पढ़ा रहा है. दूसरी तरफ कुछ अस्पताल ऐसे हैं कि ऐसे हालातों में भी लोगों की जेब काटने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही मामला हल्द्वानी में नीलकंठ मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल से साममे आया है. जहां मरीजों को योजना का लाभ नहीं देते हुए उनसे जमकर वसूली की गई.
मरीजों से वसूली के खुलासे के बाद नीलकंठ मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के निशाने पर है. प्राधिकरण की तरफ से न केवल इस अस्पताल को कारण बताओ नोटिस देकर 7 दिन में जवाब मांगा गया है, बल्कि अस्पताल से कुल 3 लाख 75 हजार की वसूली करने के आदेश भी जारी किए गए हैं.
किया जा सकता है ब्लैक लिस्ट
दरअसल, अस्पताल की तरफ से अटल आयुष्मान कार्ड धारक मरीज लीलाधर नैनवाल से अवैध रूप से 3 लाख 75 हजार की धनराशि वसूलने का आरोप है. मरीज के पास योजना का कार्ड होने के बावजूद भी उसे कैशलेस सुविधा नहीं दी गई. उससे नगद रुपये वसूले गए. इसकी शिकायत मिलने के बाद राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने फौरन अस्पताल को 7 दिनों के अंदर कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए कहा है. साथ ही अस्पताल की तरफ से जवाब ना मिलने पर आयुष्मान योजना के अंतर्गत अस्पताल को ब्लैक लिस्ट करने के लिए भी कहा गया है.