देहरादून:उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में रेडियोलॉजिस्ट की कमी बनी हुई है. ऐसे में गर्भवती माताओं को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है. इसको लेकर उत्तराखंड की डीजी हेल्थ डॉक्टर विनीता शाह का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में पर्याप्त संख्या में लेडी डॉक्टर गर्भवती माताओं का बेसिक चेकअप करने के लिए उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि लेडी डॉक्टरों की तरफ से गर्भवती माताओं का समय-समय पर चेकअप किया जाता है और जरूरत महसूस होने पर ही गर्भवती माताओं को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहा जाता है.
उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में रेडियोलॉजिस्ट की कमी, डीजी हेल्थ ने कही ये बात - सरकारी अस्पतालों में रेडियोलॉजिस्ट की कमी
उत्तराखंड में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हाल किसी से छुपा नहीं है. लोगों को आए दिन डॉक्टरों की कमी से दूसरे जनपदों का रुख करना पड़ता है. वहीं उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. विनीता शाह का कहना है कि विभाग में जितने भी रेडियोलॉजिस्ट हैं, उनको हॉस्पिटलों में भेज कर लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा रही है.
उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. विनीता शाह का कहना है कि स्वास्थ्य महकमे के पास जितने भी रेडियोलॉजिस्ट हैं, उन रेडियोलॉजिस्टों को अन्य अस्पतालों में भेजकर गर्भवती माताओं का समय पर अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है. डॉ. विनीता शाह के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने की दिशा में काम कर रहा है. उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर विभाग की ओर से जगह-जगह स्क्रीनिंग प्वाइंट बनाए गए हैं, जहां पर यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है, जिन यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां लग रही हैं.
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उन्हें चिकित्सकों की ओर से परामर्श दिया जा रहा है. साथ ही उच्च जोखिम वाले तीर्थ यात्रियों को यात्रा में नहीं जाने की सलाह दी जा रही है. वहीं चारधाम यात्रा में जाने वाले दिल के रोगी अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें. ब्लड प्रेशर, डायबिटीज धूम्रपान करने वाले और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.