देहरादून: उत्तराखंड में अब आईएएस अफसरों के ट्रेनिंग पर जाने के चलते विभिन्न विभाग खाली होने जा रहे हैं. दरअसल राज्य ही नहीं बल्कि देशभर के विभिन्न राज्यों के आईएएस अफसरों को मिड टर्म ट्रेनिंग के लिए बुलावा भेजा गया है. ऐसे में उत्तराखंड के भी कई अधिकारी इस ट्रेनिंग में करीब 1 महीने के लिए रवाना होंगे.
ट्रेनिंग पर जाएंगे आईएएस अफसर: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा समेत कई चुनौतियां ऐसी हैं जिन पर राज्य सरकार लगातार होमवर्क करने में जुटी हुई है. इस बीच लाल बहादुर शास्त्री अकादमी की तरफ से देशभर के कई आईएएस अफसरों को मिड टर्म ट्रेनिंग से जुड़ा आदेश जारी किया गया है. इस ट्रेनिंग को लेने से रह गए विभिन्न आईएएस अधिकारियों की जानकारी और नाम दिए गए हैं. आपको बता दें कि मिड टर्म ट्रेनिंग के तहत 5 फेज में अधिकारियों को ट्रेनिंग लेनी होती है, जबकि यह ट्रेनिंग आईएएस अधिकारियों के लिए मैंडेटरी की गई है. ट्रेनिंग के जरूरी होने के कारण विभिन्न आईएएस को यह ट्रेनिंग लेनी होती है. लेकिन विभिन्न परिस्थितियों के अनुसार आईएएस अधिकारी कई मौकों पर विभिन्न विकल्प के तौर पर अलग-अलग वर्षों में ट्रेनिंग को ले सकते हैं.
26 IAS अफसरों को मिड टर्म ट्रेनिंग के लिए बुलावा: जानकारी के अनुसार प्रदेश के 26 आईएएस अधिकारियों को ट्रेनिंग से जुड़े इस पत्र में ट्रेनिंग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. खास बात यह कि फील्ड के अधिकारी फिलहाल ट्रेनिंग को लेकर कम इच्छा जाहिर कर रहे हैं. लेकिन शासन में मौजूद कई आईएएस अधिकारी आवश्यक होने के कारण इस ट्रेनिंग में शामिल होने जा रहे हैं.
उत्तराखंड में होगा आईएएस अफसरों का टोटा: ऐसे में प्रदेश में कई आईएएस अधिकारी 1 महीने की छुट्टी पर जाने वाले हैं. खास बात यह है कि इसमें स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार समेत विनोद कुमार सुमन और कई आईएएस अधिकारियों का नाम शामिल है. उधर दूसरी तरफ विभागीय कार्यों को लेकर आईएएस अधिकारी देवकृष्ण तिवारी भी उड़ीसा के दौरे पर जाने वाले हैं.
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आईएएस अफसरों की जिम्मेदारी निभाएंगे लिंक अधिकारी: इस तरह देखा जाए तो राज्य में कई आईएएस अधिकारी ट्रेनिंग और दूसरे विभिन्न कार्यक्रमों के तहत राज्य से बाहर जाएंगे. ऐसे में विभिन्न विभागों में अब आईएएस अधिकारियों की कमी खलने जा रही है. हालांकि इनकी जगह अब लिंक अधिकारी तैनात किए जाएंगे. ताकि चारधाम यात्रा और विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं और कार्यों को लेकर अधिकारियों की कमी महसूस ना हो.