देहरादूनःउत्तराखंड में कोविड-19 की रफ्तार अब धीरे-धीरे कम हो रही है. हालांकि गांवों में अभी खतरा बना हुआ है. कारण ये है कि कई ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर व्यवस्थाएं बिल्कुल ठप है. इसी के चलते देहरादून के मशहूर वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. विपुल कंडवाल रविवार को देहरादून के दुर्गम इलाकों का रुख करने के लिए चकराता के नागथात पहुंचे, जहां उन्होंने आसपास के ग्रामीणों का हाल चाल जाना. साथ ही लोगों के स्वास्थ्य की जांच भी की.
मरीजों और डॉक्टर के बीच दूरी
डॉ. विपुल कंडवाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि ग्रामीण इलाकों में लोग डॉक्टर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. लोगों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए डॉक्टरी सुविधा बेहद दूर है. दूसरा लोगों के मन में कई तरह के भ्रांति है, जो ग्रामीणों और डॉक्टरों के बीच दूरी बना रही है.
डॉ. विपुल कंडवाल ने बताया कि जब वह गांव पहुंचे, तो लोगों में व्यवस्थाओं को लेकर बेहद नाराजगी दिखी. लोगों में भ्रांती है कि डाक्टर के पास जाने समस्या कम, बल्कि और बढ़ेगी. डाक्टर ने गांव में पंहुच कर सबसे पहले ग्रामीणों की एक छोटी सी काउंसलिंग की, जिसमें उन्होंने ग्रामीणों की सभी शंकाओं को दूर किया. उसके बाद उन्होंने ग्रामीणों का उपचार किया.
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा लगातार ग्रामीणों के टेस्ट किए जा रहे हैं. सर्दी बुखार के सिम्टम्स के साथ-साथ कोविड-19 एंटीजन टेस्ट करवाए जा रहे हैं. इसके अलावा वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.