ऋषिकेश: हाल ही में भारत की तरफ से जारी किए गये नए मानचित्र ने भारत और नेपाल के बीच कालापानी क्षेत्र को लेकर विवाद बढ़ा दिया है. इसी बीच कालापानी मसले पर भाजपा के पूर्व वरिष्ठ नेता गोविंदाचार्य ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कालापानी मामले को हवा देने की जरूरत नहीं है. यह मसला केंद्र सरकार जल्द ही सुलझा देगी. उनका कहना है भारत-नेपाल के सांस्कृतिक संबध बहुत अच्छे हैं, जोकि समझौते के लिए एक कड़ी है.
बता दें कि भारत के नए नक्शे को लेकर अबतक केवल पाकिस्तान और चीन की तरफ से ही आपत्ति जताई जाती थी, लेकिन नए मानचित्र पर अब नेपाल ने भी आपत्ति जतानी शुरू कर दी है. नए मानचित्र में उत्तराखंड के सीमावर्ती जिले पिथौरागढ़ में नेपाल बार्डर पर पड़ने वाले कालापानी इलाके को भारत का हिस्सा दिखाया गया है. जिस पर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली आपत्ति दर्ज कराई है.