ऋषिकेश: न्यू ईयर को देखते हुए राजाजी टाइगर रिजर्व की सभी रेंजों में पहले से ही हाई अलर्ट घोषित किया हुआ है साथ ही वनकर्मियों द्वारा लगातार संघन चेकिंग अभियान भी चलाए जा रहे हैं. जानवरों की सुरक्षा के मद्देनजर 29 वनकर्मी राजाजी मोतीचूर रेंज की निगरानी के लिए लगाये गए हैं. इस टीम की कमान खुद वार्डन दिनेश प्रसाद ने संभाली है और स्वयं जंगल में चल रहे चेकिंग अभियान में शामिल होते हैं.
ऋषिकेश: राजाजी टाइगर रिजर्व में 29 वनकर्मी सहित वार्डन ने खुद संभाला मोर्चा
जानवरों की सुरक्षा के मद्देनजर 29 वनकर्मी राजाजी मोतीचूर रेंज की निगरानी के लिए लगाये गए हैं. इस टीम की कमान खुद वार्डन दिनेश प्रसाद ने संभाली है.
उन्होंने बताया कि निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व पीके पात्रों के निर्देश पर 31 दिसंबर को वनकर्मियों द्वारा राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर रेंज गंगा मझाडा, धौल खंड, पूर्वी क्षेत्र के साथ साथ रेलवे ट्रैक पर संघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए सभी वन कर्मियों की छुट्टियां पहले ही रद्द कर दी गई थीं. इस दौरान वनकर्मी द्वारा मोतीचूर रेंज से सटे क्षेत्रों में दिन और रात दोनों समय निगरानी की जाएगी और जंगल के भीतर घुसने वालों पर वनकर्मियों की पैनी नजर रहेगी. उन्होंने बताया कि मोतीचूर रेंज गुलदार प्रभावित क्षेत्र होने के कारण काफी संवेदनशील है, जिसके चलते इस रेंज में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
बता दें कि दिसंबर का महीना राजाजी टाइगर रिजर्व के लिए बेहद ही संवेदनशील माना जाता है. इस दौरान नववर्ष के जश्न की आड़ में शिकारी मौके का फायदा उठाकर शिकार की तलाश में रहते हैं जिससे वन्यजीवों के शिकार की संभावनाएं अधिक होती हैं. वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर पार्क प्रशासन किसी भी तरह की कोताही बरतने का तैयारी नहीं है लिहाजा वनकर्मी हाथियों के जरिए पार्क के भीतर और गंगा तटीय क्षेत्रों में पैनी नजर बनाए हुए हैं.