डोइवाला: उत्तराखंड में गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा का आगाज हो गया है. प्रदेश सरकार का उद्देश्य रहता है कि राज्य में आने वाले यात्री शांतिपूर्ण तरीके से और बिना दुर्घटनाग्रस्त हुए अपने घर सकुशल पहुंच जाएं. इसके साथ ही दुर्घटनाओं को रोकने और रेस्क्यू कर यात्रियों की जान बचाने में सबसे पहले पहुंचने वाली SDRF टीम भी यात्रा सीजन को लेकर पूरी तरह से तैयार हो गई है.
आपदा से बचाव के लिए SDRF जवान ले रहे ट्रेनिंग, हर चुनौतियों से निपटने को हैं तैयार
जॉलीग्रांट स्थित SDRF मुख्यालय में SDRF जवान आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग ले रहे हैं. साथ ही यात्रा सीजन में आने वाली चुनौतियों के लिए तैयारियां कर रहे हैं. ये टीमें आने वाली आपदाओं से निपटने के लिए चार धाम मार्ग पर मुस्तैद हो चुकी हैं.
जॉलीग्रांट स्थित SDRF मुख्यालय में SDRF जवान आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग ले रहे हैं. साथ ही यात्रा सीजन में आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार हैं. वर्तमान में 469 SDRF जवान और 120 उपनल जवान यात्रा मार्गों पर डटे हुए हैं.
SDRF कमांडेंट तृप्ति भट्ट ने बताया कि लगातार SDRF जवानों को आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग दी जाती है. साथ ही जॉलीग्रांट मुख्यालय में कुशल ट्रेनिंग के साथ-साथ कार्यशाला भी आयोजित की जाती है. वर्तमान में इन जवानों को ट्रेनिंग दी जा रही है. साथ ही आपदा प्रबंधन के उपकरण के साथ ये जवान सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए चार धाम यात्रा मार्गों पर मुस्तैद हैं.