देहरादूनःउत्तराखंड विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. जिसे लेकर नामांकन प्रक्रिया जारी है. इसी कड़ी में देहरादून कैंट विधानसभा सीट से सविता कपूर ने अपना नामांकन पत्र भरा और जीत का दम भरा. इस मौके पर उन्होंने कहा कि जनता विकास कार्यों पर वोट देगी और उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे.
बता दें कि बीते साल 13 दिसंबर को बीजेपी विधायक हरबंस कपूरका निधन हो गया था. हरबंस कपूर 8 बार यानी 40 सालों से विधायक रहे. इस बार कैंट विधानसभा सीट से कपूर के बेटे अमित कपूर समेत बीजेपी की ओर से कई दावेदार टिकट की कतार में थे. लेकिन हाईकमान ने हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर को कैंट विधानसभा से प्रत्याशी बनाया.
सविता कपूर ने दाखिल किया नामांकन. ये भी पढ़ेंःयहां से तय होंगे आगामी विधानसभा के चुनावी परिणाम, बीजेपी के लिए 2017 को दोहराना बड़ी चुनौती
अपने पति की सफल राजनीतिक सफर को आगे बढ़ाने का सिलसिला जारी रखने के लिए सविता कपूर मैदान में उतर चुकी है. सविता कैंट विधानसभा से बीजेपी को भारी बहुमत से जीत दिलाने का दावा कर रही हैं. कैंट विधानसभा से बीजेपी उम्मीदवार सविता कपूर ने कहा कि उनके दिवंगत पति हरबंस कपूर ने अपने विधायक काल में कई विकासकारी कार्य कैंट क्षेत्र में किए. उन्होंने जनता की समस्या को प्राथमिकता में रखा. ऐसे में वो विकास कार्यों से ही जीत हासिल करेंगी.
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वहीं, दिवंगत हरबंस कपूर जैसे दिग्गज नेता के न होने से इस बार कैंट विधानसभा से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से कड़ी चुनौती मिलने के सवाल पर सविता कपूर ने इसे सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि चुनौती पहले भी नहीं थी और आगे नहीं रहेगी. उन्हें अपने क्षेत्र की जनता पर पूरा विश्वास है, जो हर तरह के समीकरण को दरकिनार कर 40 सालों की तरह इस बार भी भारी बहुमत से बीजेपी को कैंट विधानसभा से जीत दिलाएगी.
राजपुर विधानसभा सीट से डिंपल सिंह ने किया नामांकन: वहीं, देहरादून के शहरी क्षेत्र आरक्षित राजपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की महिला प्रत्याशी डिंपल सिंह ने नामांकन दाखिल किया. आप प्रत्याशी डिंपल ने कहा कि प्रदेश गठन के 21 साल पूरे होने के बावजूद भाजपा और कांग्रेस सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों के विपरीत ही काम किया है. जिस मकसद से राज्य आंदोलनकारियों ने उत्तराखंड का निर्माण किया था. उसमें पहाड़ों से पलायन रोकना, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, शिक्षा और मूलभूत सुविधाएं देने की बात कही थी.
लेकिन, तमाम प्राथमिकताओं को दरकिनार कर राजनीतिक पार्टियां अपने ही एजेंडे पर काम किया. ऐसे में आम आदमी पार्टी राज्यवासियों के हितों को ध्यान में रखते हुए एक बदलाव को लेकर इस विधानसभा चुनाव में उतरी है. यही कारण है कि आम आदमी पार्टी प्रदेश के सभी 70 विधानसभा सीट में चुनाव लड़ रही हैं. पार्टी पूरी उम्मीद है राज्य की जनता उनको भरपूर समर्थन देगी.