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Published : Aug 10, 2019, 9:07 PM IST

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टिम्मरसैंण महादेव के दर्शन की जगी उम्मीद, महाराज ने अमित शाह को लिखा पत्र

नीति घाटी में स्थित टिम्मरसैंण महादेव के दर्शन की उम्मीद जग गई है. पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने टिम्मरसैंण इलाके को इनर लाइन से हटाने की मांग की है. मामले को लेकर उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह एक पत्र भी लिखा है.

satpal maharaj

देहरादूनः सूबे के सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर कवायद तेज हो गई है. इसी कड़ी में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर सीमांत क्षेत्रों को इनर लाइन से हटाने का आग्रह किया है. साथ ही कहा कि नीति घाटी के टिम्मरसैंण का इलाका इनर लाइन में आने से वहां पर पर्यटक और श्रद्धालु नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसे में टिम्मरसैण इलाके को इनर लाइन से हटाया जाए.

जानकारी देते पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज.

पर्यटन सतपाल महाराज ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताते हुए पत्र भेजा है. पत्र में उन्होंने बताया कि उत्तराखंड देवभूमि, तपोभूमि और साधकों की साधना स्थली है. जिसमें नीति घाटी का टिम्मरसैंण नाम का एक प्राकृतिक स्थान भी है. जहां पर अमरनाथ की तरह ही बर्फ से शिवलिंग बनता है, लेकिन ये स्थान इनर लाइन में आता है. जिसके कारण इस स्थान पर श्रद्धालु और पर्यटक नहीं पहुंच पाते हैं.

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पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि नीति घाटी में टिम्मरसैंण महादेव भी मौजूद है. जहां पर बर्फ के समय शीतकाल में एक विशाल शिवलिंग का निर्माण होता है. यह क्षेत्र इनर लाइन में शामिल है. लिहाजा, सीमांत क्षेत्रों के अंदर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्र को इनर लाइन से हटाया जाना चाहिए. जिससे वहां पर्यटक पहुंच पाए और घाटी से पलायन रूक सके.

उन्होंने कहा कि हमारे सीमांत गांव, हमारी आंखें और कान हैं. जिस वजह से गृहमंत्री अमित शाह से अनुरोध किया गया है कि नीति घाटी को इनर लाइन से हटाया जाए. साथी ही टिम्मरसैंण महादेव के अंदर जो विशाल शिवलिंग का निर्माण होता है. वहां श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाए. जिससे सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन को भी बढ़ सके.

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