देहरादून:लंबे समय से मांगों को लेकर मुखरसंस्कृत विद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ ने आंदोलन स्थगित कर दिया है. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय से मिले आश्वासन के बाद शिक्षक संघ ने अपना आंदोलन 2 महीने के लिए स्थगित करने का फैसला लिया है. दरअसल, अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संघ से जुड़े लोगों ने शिक्षा मंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय की ओर से शिक्षक संघ को यह आश्वासन दिया गया कि जल्द ही प्रदेश में मौजूद संस्कृत स्कूल और कॉलेजों के संचालन की अलग से व्यवस्था की जाएगी.
इसके साथ ही शिक्षा मंत्री की ओर से प्रबंधकीय व्यवस्था में काम कर रहे शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव भी आगामी 15 जनवरी को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में लाए जाने की बात कही गई. ऐसे में यदि कैबिनेट से इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो संस्कृत शिक्षकों का मानदेय 20 से 30 हजार रुपए तक हो जाएगा.
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के आश्वासन के बाद संस्कृत शिक्षकों ने स्थगित किया आंदोलन - Uttarakhand Politics News
संस्कृत शिक्षकों की ओर से इसके अलावा भी कई अन्य मांगें शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के समक्ष रखी. जिसमें संस्कृत शिक्षा निदेशालय परिषद में प्रतिनियुक्ति से नियुक्त शिक्षकों को वापस मूल विभाग भेजने की मांग शामिल है.
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के आश्वासन के बाद संस्कृत शिक्षकों ने स्थगित किया आंदोलन
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बता दें संस्कृत शिक्षकों की ओर से इसके अलावा भी कई अन्य मांगें शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के समक्ष रखी. जिसमें संस्कृत शिक्षा निदेशालय परिषद में प्रतिनियुक्ति से नियुक्त शिक्षकों को वापस मूल विभाग भेजने की मांग शामिल है. साल 2014 से लंबित संस्कृत शिक्षा विनियम को भी जल्द कैबिनेट से मंजूरी दिलाने की मांग संस्कृत शिक्षकों ने रखी.