देहरादूनः उत्तराखंड में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर समाजवादी पार्टी अभी से ही तैयारियों में जुट गई है. इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद उत्तराखंड में होने जा रहे चुनावों की मॉनिटरिंग करेंगे. अखिलेश यादव का मानना है कि उत्तराखंड समाजवादी पार्टी के लिए फर्टाइल भूमि रही है. यहां बीते 20 सालों से कांग्रेस और बीजेपी ध्रुवीकरण की राजनीति करती आ रही है.
समाजवादी पार्टी ने चुनाव को लेकर कसी कमर. अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के पंचवर्षीय अघोषित गठबंधन को अगर कोई पार्टी तोड़ सकती है तो वो समाजवादी पार्टी ही है. बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव महाकुंभ में शामिल होने आए थे. इस दौरान उन्होंने 2022 के चुनावों की तैयारियों को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण सचान से भी काफी लंबी चर्चा की. डॉक्टर सचान का कहना है कि उनकी कई विषयों पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ विस्तार से चर्चा हुई है.
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समाजवादी पार्टी सभी विधानसभा क्षेत्रों में निकालेगी अखिलेश संदेश यात्रा
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में समाजवादी पार्टी अपने दम पर सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सचान का कहना है कि अखिलेश यादव ने सभी कार्यकर्ताओं को 2022 की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया है. सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि पार्टी मई में प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों में अखिलेश संदेश यात्रा निकालेगी. उस यात्रा में सपा कार्यकर्ता हैंड बिल के माध्यम से 2012 से 2017 के अखिलेश मॉडल को जनता के समक्ष रखेंगे.
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बता दें कि बीते दिनों हरिद्वार महाकुंभ में शामिल होने के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश के सपा नेताओं से 2022 की चुनावी तैयारियों को लेकर भी चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी प्रदेश की जनता से स्वच्छ छवि की राजनीति करने का वादा करती है. क्योंकि, इस प्रदेश में सपा के सात से आठ विधायक और प्रदेश बनने के बाद एक सांसद रह चुका है. ऐसे में पार्टी के लिए उत्तराखंड फर्टाइल भूमि रही है. प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के पंचवर्षीय अघोषित गठबंधन को अगर कोई तोड़ सकता है तो वो समाजवादी पार्टी ही है.