देहरादूनःरुड़की नगर निगम चुनाव प्रचार-प्रसार थम गया है. चुनाव प्रचार थम जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में सन्नाटा पसरा है. रुड़की नगर निगम चुनाव के लिए 22 नवंबर को मतदान होना है, जबकि 24 नवंबर को मतगणना होगी और नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे. वहीं, दोनों ही पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशी की जीत का दावा कर रही हैं.
रुड़की नगर निगम चुनाव का थमा प्रचार-प्रसार. उत्तराखंड राज्य बनने के बाद रुड़की नगर निगम सीट पर बागी और निर्दलीयों का ही कब्जा रहा है. ऐसे में इस बार भी चुनाव के रोमांचक रहने की उम्मीद है. सबसे खास बात यह है कि हरिद्वार जिले से सरकार में मंत्री मदन कौशिक के लिए यह सीट बेहद अहम है. क्योंकि उनकी प्रतिष्ठा इस सीट से जुड़ी है.
हरिद्वार नगर निगम के बाद रुड़की नगर निगम में जीत दर्ज करवाने की बड़ी जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर है. हालांकि, चुनाव से पहले ही कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक इससे पल्ला झाड़ते हुए सभी की सार्वजनिक जिम्मेदारी होने की बात कह रहे हैं. ऐसे में कई सवाल खड़े होना भी लाजिमी है.
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उधर, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कार्यकाल काफी उदासीन रहा है. क्योंकि, प्रदेश में स्वास्थ्य, शिक्षा और कानून व्यवस्था लचर स्थिति में है. साथ ही कहा कि बीजेपी जो वादे लेकर विधानसभा में चुनाव लड़ी थी, वो कुछ भी पूरा नहीं कर पाई है. कांग्रेस उनकी कमियों और खामियों को जनता के बीच रख रही है. ऐसे में अब रुड़की की जनता कांग्रेस को जरूर जिताएगी.
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वहीं, बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सतेंद्र बर्तवाल ने जीत का दावा करते हुए कहा कि रुड़की नगर निगम चुनाव में नया कीर्तिमान स्थापित होने वाला है. क्योंकि, प्रदेशभर का वातावरण बीजेपी के अनुकूल है. लिहाजा बीजेपी प्रत्याशी भारी मतों से जीतेगी. साथ ही कहा कि उत्तराखंड में विपक्ष नाम की कोई चीज नहीं है.
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बरहाल, हरिद्वार जिले के नगर निगम चुनाव के इस चुनावी घमासान में भले ही पक्ष-विपक्ष के साथ ही निर्दलीय भी अपनी-अपनी जीत के खूब दावे कर रहे हैं, लेकिन अब देखना होगा कि इस चुनावी महासंग्राम में आखिर जीत का सेहरा किसके सिर पर सजता है.