देहरादून:इन दिनों नोएडा के रहने वाले रोहन और उनका कुत्ता नवाब खबरों में बने हुए हैं. सोशल मीडिया पर दोनों का वीडियो खूब वायरल हो रहा है. इसकी वजह है कि नोएडा से जब रोहन केदारनाथ धाम पहुंचे तो उनके साथ उनका कुत्ता नवाब भी साथ था. इस दौरान केदारधाम में रोहन और नवाब नंदी महाराज के सामने मत्था टेकते और पूजा करते नजर आए. जिसके बाद से इन दोनों सोशल मीडिया में इनकी खूब चर्चाएं चल रही है. वहीं, अब ये दोनों हरिद्वार के हर की पैड़ी में गंगा स्नान करते नजर आये. साथ ही दोनों ने घंटाघर स्थित घाट पर पूजा अर्चना भी की.
रोहन और नवाब की सैर: रोहन के बारे में जितना हमें मालूम हुआ है कि वह एनिमल लवर हैं. वह 12,000 फीट की ऊंचाई केदारनाथ ही नहीं, बल्कि कारगिल से लेकर कठिन रास्तों पर भी अपने कुत्ते नवाब को घुमा चुके हैं. नोएडा के रहने वाले रोहन इनदिनों उत्तराखंड में है. हालांकि, उत्तराखंड पुलिस उनसे पूछताछ के लिए संपर्क कर रही है. बताया यह जा रहा है कि फिलहाल उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है.
रोहन ने कुत्ते के साथ गंगा में लगाई डुबकी: उनके बारे में ईटीवी भारत को जानकारी मिली है कि वह केदारनाथ के बाद ऋषिकेश और उसके बाद हरिद्वार पहुंचे. हरिद्वार पहुंचकर रोहन ने अपने कुत्ते के साथ चीला रोड स्थित पर बैराज के आसपाससमय बिताया. उसके बाद हर की पैड़ी घाट पर मां गंगा की कुत्ते के साथ पूजा-अर्चना भी की. साथ ही गंगा में दोनों ने स्नान भी किया. रोहन के कुछ और वीडियो सामने आए हैं. जिसमें रोहन पहाड़ी से अपने कुत्ते के साथ पैराग्लाइडिंग करते दिखाई दे रहे हैं. इतना ही नहीं वह कारगिल में भी अपने कुत्ते नवाब के साथ घूम रहे हैं.
रोहन ने वीडियो के माध्यम से दी सफाई:रोहन ने केदारनाथ में नवाब साथ की गई यात्रा को लेकर अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें लोगों का बहुत प्यार मिल रहा है. नवाब के लिए कई लोग बहुत ही पॉजिटिव कमेंट्स कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह कोविड के दौरान भी नवाब को लेकर वह केदारनाथ यात्रा पर गए थे. लेकिन वह केदारनाथ के दर्शन नहीं कर पाए और उन्हें वापस लौटना पड़ा. रोहन ने बताया कि बीते चार सालों में वह उत्तराखंड के कई तीर्थस्थालों में नवाब को लेकर गए हैं. उन्होंने कहा कि नंदी भगवान भी एक जानवर का स्वरूप हैं. अगर नवाब ने उन्हें टच किया तो इसमें क्या गलत है. केदारनाथ में भैरव बाबा का मंदिर भी है.
पुराणों में बाबा केदार को श्वान का स्वरूप दिखाया है. यह कुछ गलत नहीं है. मंदिर में मौजूद तीर्थपुरोहितों ने भी इसपर कोई आपत्ति नहीं जताई. उन्होंने यह कुछ सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिये नहीं किया. उनके लिए नवाब एक बच्चे की तरह है. जहां भी वह जाते हैं नवाब उनके साथ आता है. रोहन ने कहा कि भगवान में पूरी आस्था है और वह नवाब भी आस्थावान बनाना चाहते हैं. लोगों का जो सपोर्ट उन्हें मिल रहा है, वह इससे बहुत खुश हैं. अगर, उनपर एफआईआर दर्ज की गई है, तो मंदिर समिति के पुरोहितों और वहां पर तैनात पुलिसवालों पर भी एफआईआर होनी चाहिए. उन्होंने यह सबकुछ जबरदस्ती नहीं किया. उन्हें किसी ने रोका नहीं, सबने उन्हें और नवाब को बहुत प्यार दिया. इसमें कोई गलत नहीं है. कुछ लोग ही हैं जो इस मुद्दे को उछाल रहे हैं. जबकि, उन्हें प्यार करने वालों की संख्या इन लोगों से कई ज्यादा है. हमारे समाज में जानवारों को भी वही दर्जा दिया गया है, जो भगवान का है. सभी में जान है और ईश्वर ने सभी को बनाया है.