देहरादून:उत्तराखंड में आपराधिक घटनाओं की तुलना में सड़क हादसों में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले में पुलिस विभाग के लाख दावों के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं में साल-दर-साल बढ़ोत्तरी हो रही है.
पिछले 3 साल के आंकड़े
साल- 2017 (13 जिलों के आंकड़े) | |
सड़क दुर्घटनाएं | 1,603 |
घायल | 1631 |
मौत | 942 |
साल- 2018 (13 जिलों के आंकड़े) | |
सड़क दुर्घटनाएं | 1468 |
घायल | 1571 |
मौत | 1047 |
साल 2017 और 2018 की तुलना इस साल मात्र 4 महीनों में 290 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं. लगातार सड़क हादसों में मरने वाले लोगों के आंकड़े बढ़ने के बावजूद, सड़क सुरक्षा को लेकर शासन-प्रशासन की धरातल पर कोई भी प्रभावी कारवाई दिखाई नहीं दे रही है.
वर्ष 2017 में सड़क हादसों के आंकड़े
जनपद | दुर्घटनाओं की संख्या | मृतकों की संख्या | घायलों की संख्या |
उत्तरकाशी | 35 | 75 | 72 |
टिहरी | 113 | 51 | 238 |
चमोली | 51 | 20 | 146 |
रुद्रप्रयाग | 22 | 11 | 55 |
पौड़ी | 38 | 22 | 56 |
देहरादून | 342 | 143 | 254 |
हरिद्वार | 333 | 194 | 256 |
नैनीताल | 226 | 112 | 177 |
उधम सिंह नगर | 362 | 251 | 262 |
अल्मोड़ा | 11 | 5 | 11 |
पिथौरागढ़ | 32 | 37 | 52 |
चंपावत | 26 | 17 | 38 |
बागेश्वर | 12 | 4 | 14 |
कुल | 1603 | 942 | 1631 |