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कुनाऊं गांव में संदिग्ध गतिविधियों को लेकर खुफिया विभाग ने भेजी थी रिपोर्ट, लक्ष्मण झूला पुलिस सोती रही - Rishikesh police ignored intelligence report

यमकेश्वर ब्लॉक (Yamkeshwar Block) की कुनाऊं ग्रामसभा बीते दिन असम निवासी एक युवती समेत तीन लोगों ने जबरन बंधक बनाने के बाद सुर्खियों में आ गयी. कुनाऊं ग्रामसभा में इंटरनेट कॉल के जरिए विदेशी नागरिकों से ठगी के मामले में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थी. सूत्रों की मानें, तो एलआईयू ने कुनाऊं में कुछ लोगों की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिससे पुलिस के आला अधिकारियों को भी अवगत कराया था.

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Published : Oct 7, 2022, 7:57 AM IST

Updated : Oct 7, 2022, 8:07 AM IST

ऋषिकेश: बीते दिनों यमकेश्वर ब्लॉक (Yamkeshwar Block) की कुनाऊं ग्रामसभा में इंटरनेट कॉल के जरिए विदेशी नागरिकों से ठगी के मामले में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थी. सूत्रों की मानें, तो एलआईयू ने कुनाऊं में कुछ लोगों की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसे पुलिस के आला अधिकारियों को भी अवगत कराया था. रिपोर्ट में सत्यापन कराने का जिक्र भी था. दावा है कि रिपोर्ट पर समय रहते कोई एक्शन नहीं लिया गया. हालांकि, लक्ष्मणझूला पुलिस (Rishikesh Laxmanjhula Police) ने ऐसी किसी रिपोर्ट की जानकारी से साफ इनकार कर दिया है.

दरअसल, कुनाऊं गांव (Yamkeshwar Kunaun village) में एक संदिग्ध कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा था. बुधवार को असम निवासी एक युवती समेत तीन लोगों ने यहां जबरन बंधक बनाने का आरोप लगाया था. सेंटर संचालकों से चंगुल से छूटकर भागने के बाद असम निवासी अरूप ने मारपीट का दावा किया था. शिकायत पर लक्ष्मणझूला पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए यूपी के तीन लोगों की धरपकड़ के प्रयास का दावा किया था. पुलिस ने कई लैपटॉप और इंटरनेट कॉल संबंधी उपकरण भी संदिग्ध कॉल सेंटर से बरामद किए थे. मुकदमा दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने सेंटर संचालकों के फरार होने का दावा किया. बुधवार की इस घटना में असम निवासी अरूप के साथ चीला-बैराज मार्ग पर सरेआम मारपीट हुई.
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उसका मोबाइल भी छीनकर गंगा में फेंकने को लेकर चश्मदीदों ने पुलिस के क्विक रिएक्शन और संबंधित लोगों की धरपकड़ में लेटलतीफी को लेकर भी सवाल खड़े किए थे. थानाध्यक्ष विनोद गुसाईं ने घटनाक्रम के बाद मामले में संचालक के तौर पर यूपी के आगरा निवासी गौरव, वसीम और गुलाम के नाम का जिक्र जरूर किया था. वहीं, इंटरनेशनल कॉल के जरिए विदेशी नागरिकों से ठगी के इस मामले का खुलासा हुआ, तो सवाल स्थानीय पुलिस के साथ लोकल इंटेलीजेंस यूनिट (एलआईयू) की कार्यशैली पर सवाल उठे. अब सूत्रों का दावा है कि कुनाऊं गांव में संदिग्ध लोगों की गतिविधियों को लेकर एलआईयू ने पुलिस के आला अफसरों को इत्तला किया था. लक्ष्मणझूला पुलिस को भी इसकी जानकारी दी गई थी. उधर, थानाध्यक्ष विनोद गुसाईं ने एलआईयू की तरफ से इस तरह की कोई भी जानकारी दिए जाने से साफ इनकार कर दिया है.
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उनका कहना है कि पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है. सेंटर से बरामद लैपटॉप व अन्य उपकरण जांच के लिए लैब भेजे गए हैं. लैब की रिपोर्ट और पुख्ता तथ्य मिलने के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई को सार्वजनिक किया जाएगा. बता दें कि यमकेश्वर ब्लॉक अंकिता भंडारी हत्याकांड (ankita bhandari murder case) के बाद सुर्खियों में है. बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी यमकेश्वर ब्लॉक क्षेत्र में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. वनंत्रा रिजॉर्ट बीजेपी से निकाल गए बड़े नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य का था. आरोप है कि पुलकित आर्य अंकिता भंडारी पर रिजॉर्ट में आने वाले गेस्टों को स्पेशल सर्विस (गलत काम) देने का दबाव बना रहा था. जिसके लिए अंकिता भंडारी ने मना कर दिया था. इसी वजह से अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी और ये बहस हत्याकांड में बदल गई.

Last Updated : Oct 7, 2022, 8:07 AM IST

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