ऋषिकेश: बैंकों में लोगों को धोखा देकर ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को एसओजी और ऋषिकेश पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ठगों के पास से 22 हजार रुपये नकद और कुछ एटीएम कार्ड भी बरामद किए हैं. पुलिस ने तीनों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक महेश जोशी ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति से कुछ लोगों ने ठगी की थी, जिसकी शिकायत ऋषिकेश पुलिस को मिली थी. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ठगी गिरोह के तीन शातिरों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से दो नकली नोटों की गड्डी और एटीएम कार्ड सहित 22 हजार रुपये नगद बरामद हुए हैं.
ऋषिकेश पुलिस के हत्थे चढ़े तीन शातिर. ये भी पढ़ें:105 नशीले इंजेक्शनों के साथ एक आरोपी गिरफ्तार, यूपी से रुद्रपुर ले जा रहा था खेप
पूछताछ में तीनों अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग बैंक के अंदर ऐसे व्यक्ति का चयन करते हैं, जो छोटा लड़का या बुजुर्ग हो. उसके बाद हम उसे लालच देते हैं कि हम कहीं से पैसा चोरी करके लाए हैं. यदि वह हमें अपने खुले हुए पैसे दे दे तो हम उसे बंधे हुए कुछ एक्स्ट्रा पैसे दे सकते हैं. कभी-कभी हम खुले पैसे लेकर बंधे हुए पैसे देने का बहाना बना कर भी कागज की गड्डी थमा कर वहां से निकल जाते हैं.
हम पहले से कागज की 2-3 गड्डी को रुमाल में बांध कर रखते हैं और उसके ऊपर एक नोट असली वाला लगा देते हैं. जिससे सामने वाले को यकीन हो जाए कि यह पैसों की गड्डी है. यदि हमें बैंक में कोई एटीएम कार्ड, पासबुक या आधार कार्ड मिलता है, तो हम उसे अपने पास रख लेते हैं. जिससे बैंक के गार्ड या पुलिस चेकिंग के दौरान स्वयं को लोकल का व्यक्ति सिद्ध कर सके और किसी को हम पर कोई शक ना हो.
पुलिस ने तीनों आरोपी शिवकुमार, सुरेंद्र कुमार और सोमनाथ को ऋषिकेश बस अड्डा के पास मैदान से गिरफ्तार किया है. वहीं, शिवकुमार पूर्व में भी कोतवाली ऋषिकेश से इसी प्रकार की ठगी के अपराध में जेल जा चुका है. उत्तराखंड और सरहदी जनपदों से भी उपरोक्त अभियुक्तो के अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है.