ऋषिकेश: भारत साधु समाज स्वर्गाश्रम की भूमि पर बनी तकरीबन 40 दुकानों पर ध्वस्तीकरण की तलवार एक बार फिर लटक गई है. प्रशासन ने 24 घंटे के भीतर दुकानों को खाली करने का आदेश दिया है. साथ ही ऐसा नहीं करने पर प्रशासन ने पुलिस बल के साथ बलपूर्वक दुकानों के ध्वस्तीकरण की तैयारी कर ली है. वहीं, दुकानदारों ने प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में बाजार बंद रखा. व्यापारियों ने आरोप लगाया कि हाईकोर्ट ने अलग भूमि खाली करने के आदेश दिए हैं, लेकिन प्रशासन जबरन उन्हें हटाने की कोशिश कर रहा है.
स्वर्गाश्रम में 40 दुकानों पर लटकी ध्वस्तीकरण की तलवार, व्यापारियों ने दी आत्मदाह की चेतावनी - orders to break 40 shops in Rishikesh
ऋषिकेश स्थित स्वर्गाश्रम में बनी 40 दुकानों को तोड़ने के लिए प्रशासन ने लास्ट अल्टीमेटम दे दिया है. वहीं, आक्रोशित व्यापारियों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. साथ ही उन्होंने कहा अगर हमें जबरन हटाया गया तो हम आत्मदाह के लिए मजबूर होंगे.
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मंगलवार को ऋषिकेश स्वर्गाश्रम की भूमि पर बनी दुकानें बंद रही. दुकानदारों ने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया. व्यापारियों ने प्रशासन को धमकी दी कि अगर उन्हें हटाया गया तो वो आत्मदाह कर लेंगे. व्यापारी नेता संजय अग्रवाल ने बताया यह मामला हाईकोर्ट में चल रहा था. जिस पर दुकानदारों की पहल करने पर अदालत ने स्टे दिया था. अब स्टे खारिज कर दिया गया है, जिसके चलते मामले में सुप्रीम कोर्ट की शरण ली गई है. अग्रवाल ने यह भी बताया कि प्रशासन उक्त जमीन का खसरा नंबर 63 में बता रहा है. जबकि, यह दुकानें इस खसरा नंबर में हैं ही नहीं.
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वहीं, डीएम डॉ. आशीष चौहान और एसएसपी श्वेता चौबे हालात की गंभीरता को देखते हुए स्वर्गाश्रम पहुंचे. इस दौरान उन्होंने दुकानदारों से बातचीत की. इसके बाद डीएम और एसएसपी ने नगर पंचायत कार्यालय में स्वर्गाश्रम व्यापार मंडल अध्यक्ष नारायण सिंह रावत से भी काफी देर तक वार्ता की. डीएम ने बताया भारत साधु समाज को स्वर्गाश्रम में जमीन आवासीय गतिविधियों के लिए मिली थी, लेकिन यहां व्यावसायिक इस्तेमाल हो रहा है. दुकानदारों को खुद से हटाने के लिए कई बार नोटिस जारी किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा वह लिखित में दें कि दुकान खाली कर रहे हैं. अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर प्रशासन बुधवार को मजबूरन कार्रवाई करेगा.