देहरादून:कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है. भारत में भी लगातार मरीजों की संख्या में बड़ा इजाफा देखने को मिल रहा है. ये देखते हुए पूरे देशभर में लॉकडाउन है. ऐसे में लोग अफरा-तफरी के बीच आवश्यक सामान खरीदने में जुट गए और जरूरत से ज्यादा राशन घरों में भर लिया. इसके कारण बाजारों में आवश्यक सामग्री की कमी हो गई, लेकिन दुकानदार इसका फायदा उठाकर तय रेट से ज्यादा कीमत पर सामान बेचने लगे हैं.
लॉकडाउन होने के बाद जहां जनता के सामने रोजमर्रा के सामानों के लिए काफी बड़ा संकट पैदा हो गया था वहीं, आढ़तियों को भी राशन को लेकर काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था. लॉकडाउन की शुरुआत में आम जनता ने दहशत में आकर घरों में राशन भरने का काम शुरू कर दिया था. लॉकडाउन से पहले जहां आटे के 10 किलो के ब्रांडेड पैकेट का दाम 300 रुपये के करीब था, लेकिन लॉकडाउन के बाद 400 रुपये के आसपास पहुंच गया था. दालों की बात करें तो लॉकडाउन शुरू होने के बाद 10 प्रतिशत से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई थी.
वहीं, घी और तेल में भी 10 से 20 रुपये का इजाफा हो गया था. लॉकडाउन 2.0 की बात करें तो इसमें राशन के सभी सामानों में स्थिति में सुधार होते हुए दामों में कमी आई है. आढ़ती तो राशन रिटेलरों को सही दामों में राशन दे रहे हैं, लेकिन रिटेलर लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए राशन को महंगे दामों में बेचने का काम करे रहे हैं.
ये हैं रेट-
राशन | आढ़तियों के दाम (प्रति किलो/लीटर) | रिटेलर के दाम (प्रति किलो/लीटर) |
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आटा | ₹ 25 | ₹ 30-35 |
अरहर दाल | ₹ 100 | ₹ 105-120 |
मलका | ₹ 80 | ₹ 85-90 |
चना दाल | ₹ 64 | ₹ 70-75 |
चना काला | ₹ 64 | ₹ 70-80 |
उड़द छिलका | ₹ 105 | ₹ 115-120 |
उड़द साबुत | ₹ 105 | ₹ 115-120 |
चीनी | ₹ 37 | ₹ 40-43 |
रिफाइंड | ₹ 95 | ₹ 100-120 |
राशन | आढ़तियों के दाम (प्रति किलो/लीटर) | रिटेलर के दाम (प्रति किलो/लीटर) |
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तेल | ₹ 100 | ₹ 110-120 |
छोले | ₹ 80 | ₹ 90-100 |
दाल मसूर | ₹ 72 | ₹ 75-80 |
बेसन | ₹ 72 | ₹ 80-90 |
सूजी | ₹ 30 | ₹ 40-60 |
मैदा | ₹ 30 | ₹ 34-40 |