देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के 13 जिलों में 60 सीटों पर वोटिंग जारी है. 70 विधानसभा सीटों के लिए 632 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला मतदाता कर रहे हैं. उत्तराखंड में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है. लेकिन, कुछ सीटों पर आम आदमी पार्टी और अन्य क्षेत्रीय पार्टियां मुकाबला त्रिकोणीय कर सकती हैं. हाई प्रोफाइल इन सीटों पर कहीं दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है तो कहीं कांटे की टक्कर है.
भाजपा ने 2022 चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत उनके सभी कैबिनेट मंत्रियों को टिकट दे दिया है. इनमें श्रीनगर से धनसिंह रावत, नरेंद्रनगर से सुबोध उनियाल, मसूरी से गणेश जोशी, हरिद्वार ग्रामीण से स्वामी यतीश्वरानंद, कालाढूंगी से बंशीधर भगत, गदरपुर से अरविंद पांडे, सोमेश्वर से रेखा आर्य, चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज के नाम प्रमुख हैं. साथ ही, भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को भी हरिद्वार से टिकट दे दिया है. इसके अलावा, ऋषिकेश से स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल और रायपुर सीट से चर्चित विधायक उमेश काऊ भी फोकस में आ गए उम्मीदवारों में शामिल हैं.
बीजेपी के कुछ और नाम हैं खास: रुद्रपुर सीट भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल हो गई है. यहां बीजेपी ने जिलाध्यक्ष शिव अरोड़ा को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, टिहरी सीट पर कांग्रेस से बागी होकर भाजपा में आए किशोर उपाध्याय को भाजपा ने टिकट दिया है. वहीं, नैनीताल सीट पर भी कांग्रेस से आईं सरिता आर्य बीजेपी की उम्मीदवार हैं. डोईवाला सीट पर बृजमोहन गैरोला, हरक सिंह रावत की सीट रही कोटद्वार से ऋतु खंडूरी के अलावा डीडीहाट से बिशन सिंह चुफाल भी ऐसे भाजपा उम्मीदवार हैं, जिन पर लोगों की नजरें टिकीं हैं.
मैदान में हैं कांग्रेस के ये प्रमुख नाम: सबसे पहले तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर सबकी नजर रहने वाली है, जिनकी सीट इस बार रामनगर से बदलकर लालकुआं कर दी गई. फिर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश गोदियाल श्रीनगर से चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह चकराता से कांग्रेस के हाई प्रोफाइल उम्मीदवार हैं. इन उम्मीदवारों के अलावा रावत की बेटी और महिला कांग्रेस की महासचिव अनुपमा रावत के मुकाबले पर नजरें हैं, जो हरिद्वार ग्रामीण से चुनाव मैदान में हैं.