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Published : Jan 23, 2021, 5:18 PM IST

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गढ़वाल रेंज में गोवंश संरक्षण स्क्वॉयड का पुनर्गठन, अवैध स्लॉटर हाउसों पर कसेगा शिकंजा

गढ़वाल रेंज में गोवंश संरक्षण स्क्वॉयड का पुनर्गठन किया गया है. स्क्वॉयड गढ़वाल रेंज के जिलों में जांच कर अवैध स्लॉटर हाउस के खिलाफ कार्रवाई करेगा.

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गढ़वाल रेंज में गोवंश संरक्षण स्क्वॉयड का पुनर्गठन

देहरादून: गढ़वाल रेंज में अवैध रूप से स्लॉटर हाउसों में गोवंश जैसे पशुओं पर क्रूरता करने वाले गैंग पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. गढ़वाल रेंज में नए सिरे से 10 सदस्यीय गोवंश संरक्षण स्क्वॉयड का गठन किया है. नई टीम का नेतृत्व हरिद्वार के इंस्पेक्टर मुकेश चौहान करेंगे. उनकी टीम में 2 सब इंस्पेक्टर 1 हेड कॉन्स्टेबल (एलआईयू) और 6 अन्य कॉन्स्टेबल शामिल रहेंगे. टीम पूरे गढ़वाल परिक्षेत्र में संचालित होने वाले अवैध स्लॉटर हाउसों पर शिकंजा कसेगी.

उत्तराखंड गोवंश संरक्षण अधिनियम 2007 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के अंतर्गत रेंज स्तर पर गठित की गई नई स्क्वॉयड गढ़वाल रेंज के सभी जनपदों में अवैध स्लॉटर हाउस की सूची तैयार कर उन पर कार्रवाई करेगी.

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स्क्वॉयड टीम की समीक्षा हरिद्वार एसएसपी द्वारा की जाएगी. जबकि मासिक समीक्षा डीआइजी गढ़वाल रेंज द्वारा किया जाएगा. रेंज स्तर पर गौवंश संरक्षण स्क्वॉयड की अंतिम रिपोर्ट तैयार कर पुलिस मुख्यालय भेजी जाएगी.

मुख्यमंत्री के निर्देश पर किया गया था गठन

पुलिस के अधीन इन दस्तों का गठन उत्तराखंड में BJP की सरकार आने के कुछ महीनों बाद 21 अक्टूबर, 2017 को किया गया था. राज्य में गौ तस्करी और गौहत्या के मामलों की जांच के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर 21 अक्टूबर 2017 स्क्वॉयड का गठन किया गया था. एक दस्ता कुमाऊं क्षेत्र में और दूसरा गढ़वाल में है. इन दस्तों का गठन गाय की रक्षा और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 और उत्तराखंड संरक्षण अधिनियम, 2007 के प्रावधानों को प्रभावी तरीकों से अमल में लाने के लिए किया गया था.

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