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कोरोना इलाज को लेकर वायरल हो रहे फेक दावे, बिना सलाह दवाओं का इस्तेमाल खतरनाक - बिना सलाह न करें दवाओं का इस्तेमाल

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोरोना संक्रमण और उसके इलाज से जुड़े तरह-तरह वीडियो वायरल हो रहे हैं. इनमें कुछ वीडियो ऐसे भी हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि बिना डॉक्टर की सलाह के घर पर कोरोना का इलाज कर सकते हैं, लेकिन डॉक्टरों की मानें तो इन दवाओं का सेवन करना जानलेवा साबित हो सकता है. जानिए डॉक्टरों की सलाह.

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कोरोना घरेलू दवा

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Published : Jul 17, 2020, 8:47 PM IST

देहरादूनः चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस दुनियाभर में जमकर कहर बरपा रहा है. इस वायरस की चपेट में आकर कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. जबकि, संक्रमितों की संख्या भी तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन अभी तक कोरोना वायरस का कोई दवा और वैक्सीन नहीं बनाया जा सका है. हालांकि, वैज्ञानिक और डॉक्टर लगातार वैक्सीन बनाने में जुटे हैं, लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कोरोना संक्रमण और उसके इलाज से जुड़े तरह-तरह वीडियो वायरल हो रहे हैं. इनमें कुछ वीडियो ऐसे भी हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि बिना डॉक्टर की सलाह के घर पर कोरोना का इलाज कर सकते हैं. जिसे लेकर ईटीवी भारत ने डॉक्टरों की राय जानी और दावों का सच जाना. जहां चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.

दरअसल, कोरोना का इलाज घर पर ही किए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं. वायरल हो रहे इस तरह के वीडियो से लोग भ्रमित हो रहे हैं. जिस पर वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. केपी जोशी ने बताया कि कोरोना का इलाज बिना जांच और बिना डॉक्टर की सलाह के घर पर बिल्कुल संभव नहीं है. इसका मुख्य कारण यह है कि अब तक विश्वभर में कोरोना की कोई वैक्सीन या दवा नहीं खोजी गई है.

कोरोना के ऑनलाइन नुस्खों का वायरल सच.

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ऐसे में यदि किसी को कोरोना के लक्षण महसूस होते हैं तो उसे तुरंत अपनी जांच करानी चाहिए. साथ ही डॉक्टर की ओर से लिखी गई दवाइयों का ही सेवन करना चाहिए. ऐसा न करने पर कोरोना संक्रमित अपने साथ अपने करीबियों की जान को भी खतरे में डाल सकता है. जबकि, कई लोग कोरोना के खौफ में इन दवाओं का आखें मूंदकर सेवन भी कर रहे हैं, जो बिल्कुल गलत और हानिकारक है.

वहीं, देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीसी रमोला का कहना है कि बिना मेडिकल जांच और डॉक्टर की सलाह के घर पर कोरोना का इलाज करना घातक साबित हो सकता है. यदि डॉक्टर की सलाह पर किसी व्यक्ति को होम आइसोलेशन में रखा गया है. तब भी उसे उन्हीं दवाइयों का सेवन करना चाहिए, जो डॉक्टर की ओर से दी गई है.

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उधर, पूरे मामले पर स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी का साफ कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से अब तक ऐसी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है कि कोरोना संक्रमित मरीज को होम आइसोलेशन में रखा जाए. हालांकि, देश के उन चुनिंदा राज्यों में डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन की गाइडलाइन जरूर जारी की गई है. लेकिन इसमें भी कोरोना संक्रमित मरीज को अनिवार्य रूप से डॉक्टर की ओर से लिखी गई दवाइयों का ही सेवन करना होगा.

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बहरहाल, देश के साथ ही प्रदेश में दिनोंदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, लेकिन प्रदेश में सरकार की ओर से कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में आइसोलेशन वार्ड उपलब्ध हैं. ऐसे में यदि आपको कोरोना का कोई लक्षण महसूस होता है तो तुरंत अपनी जांच कराएं और डॉक्टर की ओर दी गई दवाइयों का ही सेवन करें. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो पर बिल्कुल भरोसा न करें.

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