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चोरी के मामले में पारदी गैंग के 2 सदस्य गिरफ्तार, गुब्बारे बेचकर करते थे रेकी

देहरादून की रायवाला पुलिस ने पारदी गैंग के 2 सदस्यों को हरिद्वार से गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के पास से 49,500 की नकदी बरामद की है.

Rishikesh
ऋषिकेश

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Published : Jul 19, 2021, 9:05 PM IST

ऋषिकेश: रायवाला थाना क्षेत्र में कुछ दिन पहले एक के बाद एक तीन घरों में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को पुलिस और एसओजी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. इनके कब्जे से ₹49500 नकद बरामद हुए हैं.

रायवाला थाना पुलिस के अनुसार कुछ दिन पहले सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र अंतर्गत खैरी खुर्द में एक के बाद एक तीन घरों की खिड़की तोड़कर चोरी की वारदात हुई है, जिसमें हजारों रुपए की नकदी चोरी की गई है. मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की.

जांच में पुलिस को पता चला कि पारदी गैंग के सदस्य इस प्रकार की चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. घटना के खुलासे के लिए मुखबिरों को पुलिस ने सक्रिय किया. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी खंगाले गए. काफी कोशिशों के बाद पुलिस और एसओजी की टीम ने आरोपियों को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है.

रायवाला थाना अध्यक्ष अमरजीत सिंह रावत ने बताया कि दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद को कोर्ट में सरेंडर करने के फिराक में थे. आरोपियों की पहचान जाया उर्फ डोकरा (पुत्र नाथूराम निवासी उज्जैन, मध्य प्रदेश) और शंकर नाथ पुत्र अमल (निवासी ग्वालियर, मध्य प्रदेश) के रूप में हुई है. पुलिस फिलहाल आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के बाद आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा.

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गुब्बारे बेचकर करते थे रेकी: रायवाला थाना अध्यक्ष अमरजीत सिंह रावत ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने रेकी करने के बाद चोरी की वारदातों को अंजाम देने का जुर्म कबूल किया है. दिन में वो गुब्बारे बेचने के बहाने घरों की रेकी करते हैं. इस गिरोह के सदस्य चलती ट्रेनों से सामान उठाने का काम भी करते हैं.

मध्य प्रदेश का सक्रिय गैंग: यह गैंग मध्य प्रदेश में खासा सक्रिय है. इसके अलावा गैंग के बदमाशों के खिलाफ गुरुग्राम, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात में मामले दर्ज हैं. इस गैंग के सदस्य मूल रूप से पारदी जाति के होते हैं. यह गैंग खिड़की और दरवाजों के ग्रिल उखाड़कर अंदर घुसता है.

क्या है चोरी का तरीका: ये लोग बंद घरों को खोजते हैं. इस गैंग के लोग गुलेल का प्रयोग कर घरों के गेट पर पत्थर मारते हैं. अगर उस घर से कोई निकलता है तो यह गैंग उस घर में नहीं जाता है. इसके सदस्य खाली घर में प्रवेश करके वारदात को अंजाम देते हैं. इनके गिरोह में बच्चों से लेकर किशोर और महिलाएं भी शामिल होते हैं. वारदात के समय यह साथ में पेंचकस और हथौड़ा भी रखते हैं.

ये थी पुलिस टीम:आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में उपनिरीक्षक रघुवीर सिंह, दिनेश मेहर, प्रदीप गिरी, कुलदीप, मनोज कुमार, एसओजी प्रभारी ओम कांत भूषण, नवनीत सिंह नेगी, सोनी कुमार, कमल जोशी, जमुना शामिल रहे.

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