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उत्तराखंड राज्यसभा चुनाव: जानिए कौन बनेगा FACE, किन दिग्गजों के बीच लगी है रेस - उत्तराखंड की खबरें

उत्तराखंड की राज्यसभा सीट पर चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है. नौ नवंबर को इस सीट पर मतदान होना है. जिसको लेकर बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने भी अपनी जोर आजमाईश शुरू कर दी है. जानिए कौन-कौन है रेस में.

rajya sabha seat
राज्य सभा सीट

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Published : Oct 14, 2020, 12:56 PM IST

Updated : Oct 14, 2020, 2:42 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड कोटे से कांग्रेस के मौजूदा राज्यसभा सांसद राज बब्बर का कार्यकाल 25 नवम्बर 2020 में पूरा हो रहा है. ऐसे में निर्वाचन आयोग ने इस राज्यसभा सीट पर चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है. साथ ही आगामी 20 अक्टूबर को चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी होगी. वहीं, नौ नवंबर को इस सीट पर मतदान होना है. जिसको लेकर बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने भी अपनी जोर आजमाईश शुरू कर दी है. आखिर क्या है प्रदेश में राज्यसभा सीट का समीकरण और कौन से दिग्गज हैं इस रेस में सबसे आगे, देखिए खास रिपोर्ट...

उत्तराखंड के हिस्से में राज्यसभा की कुल तीन सीटें हैं. इनमें से फिलहाल दो कांग्रेस और एक बीजेपी के पास है. कांग्रेस से अभिनेता राज बब्बर और प्रदीप टम्टा राज्यसभा के सांसद हैं, जबकि बीजेपी से पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी को राज्यसभा भेजा गया. दरअसल, 2015 में कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य मनोरमा डोबरियाल शर्मा के निधन के कारण खाली हुई सीट से राज बब्बर राज्यसभा पहुंचे थे. मनोरमा डोबरियाल शर्मा नवंबर 2014 में राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुई थी. वहीं, आगामी 25 नवम्बर को राज्यसभा सांसद राज बब्बर का कार्यकाल खत्म हो रहा है.

कई राष्ट्रीय स्तर के नेता बन चुके हैं उत्‍तराखंड से राज्‍यसभा सदस्‍य

विजय बहुगुणा और श्याम जाजू रेस में सबसे आगे.

राज्य गठन के बाद से अभी तक केंद्रीय राजनीति के कई बड़े चेहरों को उत्‍तराखंड से राज्‍यसभा सदस्‍य बनने का अवसर मिला है. इनमें केंद्रीय मंत्री रहीं स्‍व. सुषमा स्‍वराज, वर्तमान में महाराष्‍ट्र के राज्‍यपाल भगत सिंह कोश्‍यारी, तरुण विजय, मनोहर कांत ध्‍यानी, कांग्रेस के दिग्‍गज कैप्‍टन सतीश शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्‍तराखंड के पूर्व मुख्‍यमंत्री हरीश रावत, सत्‍यव्रत चतुर्वेदी, महेंद्र सिंह माहरा के नाम शामिल हैं. इनके अलावा कांग्रेस से राज बब्‍बर और प्रदीप टम्टा सहित बीजेपी के राष्‍ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी वर्तमान में उत्‍तराखंड का राज्‍यसभा में प्रतिनिधित्‍व कर रहे हैं.

राज्यसभा सीट पर बीजेपी की जीत तय

उत्तराखंड राज्य में पिछले दो लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में पांचों लोकसभा की सीटों पर परचम फहराने के साथ ही साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 57 सीटों पर काबिज होकर इतिहास रचा है. वहीं, बीजेपी अगले महीने खाली हो रही राज्यसभा की सीट को जीतने की उपलब्धि को अपने खाते में जोड़ने जा रही है, क्योंकि खाली होने जा रही इस राज्यसभा सीट पर बीजेपी की जीत तय है. जिसकी मुख्य वजह है राज्य विधानसभा का गणित है. यही वजह है कि बीजेपी के कई दिग्‍गज नेताओं की नजरें इस सीट पर टिकी हुई हैं.

राज बब्बर का राज्यसभा सदस्य के तौर पर कार्यकाल बेहद निष्क्रिय रहा

इस बार उत्तराखंड से क्या विजय बहुगुणा की खुलेगी लॉटरी?

जी हां, राज्य में आगामी नवंबर में खाली होने जा रही राज्यसभा सीट को लेकर दो दिगज्ज नेताओं के नाम चर्चाओं में हैं. पहला पूर्व सीएम विजय बहुगुणा और दूसरा प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू का. बीजेपी के ज्यादातर स्थानीय नेताओं को ही राज्यसभा भेजने की पक्षधर दिखाई दी है. इस बार भी बीजेपी ने इसी रणनीति पर काम किया तो पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की 'लॉटरी' लग सकती है. वहीं, भाजपा सूत्रों की मानें तो वर्तमान में बीजेपी के प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू और अनिल गोयल भी प्रबल दावेदार हैं. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की गुड बुक वाले नेता को ही राज्य सभा भेजा जाएगा.

उत्तराखंड राज्यसभा चुनाव.

राज्य से बाहर के दिग्गजों को मिल सकता है मौका

वही, वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत का मानना है कि राज्य गठन के बाद से ही अन्य राज्यों के नेताओं को राज्यसभा सांसद बनाया गया है. ऐसे मामले में प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस शामिल रही है. ऐसे अब जब प्रदेश के राज्यसभा की एक सीट खाली हो रही है तो ऐसे में अन्य राज्य के किसी दिग्गज नेता को उत्तराखंड के राज्यसभा सीट से सांसद बनाया जा सकता है.

भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का किया ऐलान

राज्यसभा में उत्तराखंड से तीन सीटें हैं.

उत्तराखंड राज्य से खाली हो रही राज्यसभा की एक सीट पर चुनाव कराने जाने को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इस मामले में 20 अक्तूबर को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी. जबकि, 27 अक्तूबर नामांकन भरने की आखिरी तारीख रहेगी. 28 अक्टूबर को नामांकन की स्क्रूटनी की जाएगी. वहीं, 2 नवंबर तक नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि होगी और 9 नवंबर को मतदान किया जाएगा. जिसके बाद शाम पांच बजे से मतगणना कर चुनाव के नतीजे की घोषणा की जाएगी.

पैराशूट प्रत्याशी तोड़ते रहे हैं राज्य के नेताओं का सपना.

पार्लियामेंट्री बोर्ड लेगा अंतिम फैसला: मुख्यमंत्री

वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि राज्यसभा सीट से सांसद किसको बनाया जाना है. उसके लिए पार्लियामेंट्री बोर्ड में विचार किया जाता है. यह अधिकार पार्लियामेंट्री बोर्ड को है कि यहां से राज्यसभा का सदस्य बनाना चाहते हैं. ऐसे में पार्लियामेंट्री बोर्ड जो तय करेगा कि किसे राज्यसभा भेजा जाएगा.

Last Updated : Oct 14, 2020, 2:42 PM IST

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