देहरादून:आबादी वाले क्षेत्रों में वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए स्पीड ब्रेकर बनाने का प्रावधान है. मगर बीते कुछ सालों में देहरादून शहर समेत प्रदेश के अन्य राज्य मार्गों पर बिना मानकों का ख्याल रखे जगह-जगह इतने स्पीड ब्रेकर बना दिए गए कि यह स्पीड ब्रेकर अब प्रदेशवासियों के लिए परेशानियों का सबब बन चुके हैं. यही कारण है कि शासन से मिले निर्देशों के तहत इन दिनों लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण राजधानी देहरादून की मुख्य सड़कों समेत प्रदेश के तमाम राजमार्गों से स्पीड ब्रेकरों को हटाने में लगा है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड देहरादून के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल ने बताया कि स्पेशल एश्योरेंस प्रोग्राम के तहत वाहनों की राइडिंग क्वालिटी में सुधार लाने के लिए स्पीड ब्रेकरों को हटाया जा रहा है. शासन से मिले निर्देशों के तहत पहले चरण में देहरादून शहर की मुख्य सड़कों और राजमार्गों से स्पीड ब्रेकर हटाने का कार्य किया जा रहा है. वहीं दूसरे चरण में मानकों के विपरीत गलियों की सड़कों पर बनाए गए स्पीड ब्रेकर को हटाया जाएगा.
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वाहनों की राइडिंग क्वालिटी में सुधार के फायदे: देहरादून समेत प्रदेश के विभिन्न राजमार्गों में मानकों के विपरीत जगह-जगह बनाए गए स्पीड ब्रेकर की वजह से अक्सर वाहन थोड़ी-थोड़ी दूरी पर हिचकोले खाते नजर आते हैं. जिसकी वजह से वाहनों में ईंधन की खपत बढ़ जाती है. साथ ही इन स्पीड ब्रेकरों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में जब स्पीड ब्रेकर ही नहीं रहेंगे तो वाहन एक सामान्य गति पर चल सकेंगे. जिससे ईंधन की खपत कम होने के साथ ही जाम की समस्या से भी निजात मिल सकेगी.