ऋषिकेश: तीर्थनगरी ऋषिकेश में लोक निर्माण विभाग (PWD) के विकास कार्यों पर स्थानीय लोगों ने सवाल खड़े किए हैं. उनका आरोप है कि लोक निर्माण विभाग ऋषिकेश में उन सड़कों के ऊपर डामर लगा रहा है जो सड़कें पूरी तरह से दुरुस्त हैं. ऐसे में अधिकारी विकास के नाम पर सिर्फ विभागीय बजट को ठिकाने लगा रहे हैं.
डामरीकरण की गुणवत्ता पर लोगों ने उठाए सवाल. ऋषिकेश में लोक निर्माण विभाग कई सड़कों का डामरीकरण कर रहा है. जिस पर लोगों ने सवाल खड़े किए है. लोगों के मुताबिक रेलवे रोड पर अच्छी खासी सड़क के ऊपर सड़क बनाई जा रही है. इसके अलावा देहरादून रोड पर भी ऐसा ही किया जा रहा है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि जहां पर सड़कों की दरकार है विभाग वहां पर ध्यान नहीं दे रहा है, बल्कि अच्छी-खासी सड़कों पर सड़क बनाकर सरकारी बजट को ठिकाने लगा रहा है. लोक निर्माण विभाग ने पहले रेलवे रोड पर डामरीकरण किया. जिसकी समतुल्य लंबाई 4.1 किलोमीटर थी. इस सड़क पर डामरीकरण का खर्च लगभग 60 लाख रुपए आया. अब विभाग द्वारा देहरादून रोड जिसकी समतुल्य लंबाई 5.6 किलोमीटर है, इस सड़क पर लगभग 85 लाख रुपए की लागत से डामरीकरण का कार्य किया गया.
लोक निर्माण विभाग पर लगे आरोपों पर अधिशासी अभियंता विपुल सैनी ने कहा कि भारत सरकार की एक योजना के द्वारा सड़क निर्माण के लिए बजट स्वीकृत हुआ है. इसके तहत सड़कों का निर्माण किया जा रहा है. सड़क के ऊपर सड़क बिछाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि जिन सड़कों का निर्माण किया जा रहा है वह शहरी क्षेत्र की सड़क हैं. पहले उन सड़कों का निर्माण जरूरी है. क्योंकि यह योग नगरी है और उसकी छवि अच्छी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण किया जाएगा.