ऋषिकेषःटिहरी जिले में पुराना दरबार ट्रस्ट द्वारा पांडुलिपियों और हस्तलिखित ग्रंथों के संरक्षण के लिए अभियान चलाया जा रहा है. भारत सरकार से भी इन पांडुलिपियों और हस्तलिखित ग्रंथों के संरक्षण की मांग की है. पुराना दरबार ट्रस्ट द्वारा पांडुलिपियों और हस्तलिखित ग्रंथों के लिए पुस्तक भी निकाली जा रही है. जिससे लोगों को इन पांडुलिपियों के बारे में पता लग सके.
गुरुवार को नवदुर्गा मंदिर में पुराना दरबार के ट्रस्टी ठाकुर भावनी प्रताप सिंह ने कहा कि बीते सप्ताह पुराना दरबार ट्रस्ट की ओर से श्रीदेव सुमन विवि मुख्यालय बादशाहीथौल में पाडुलिपियों के संरक्षण और संग्रह के लिए पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्यशाला में गढ़वाल क्षेत्र के जौनसार, उत्तरकाशी सहित कई अन्य जगहों से जुड़ी पांडुलिपियों के बारे में विशेषज्ञयों उनके बारे में अध्ययन कर जानकारी जुटाई. उन्होंने कहा कि दरबार ट्रस्ट गढ़वाल के पुराने दस्तावेज और धरोहरों का संरक्षण और संग्रह करने में लगा है.