देहरादून :पुलवामा हमले को डेढ़ साल हो गए हैं. ऐसे में हमले के दौरान हुई घोषणा सिर्फ कागज़ों में ही सिमटी रह गई हैं. डेढ़ साल पहले नगर निगम बोर्ड बैठक में शहीदों के नाम पर चौराहों और शहीद द्वार बनाने की घोषणा तो हुई थी, लेकिन आज तक प्रस्ताव धरातल पर नहीं उतर पाया है. वहीं, नगर आयुक्त की मानें तो कोरोना काल के कारण से ही इस कार्य में विलम्ब हुआ है. हालांकि, नगर आयुक्त ने अधिकारियों को इस मामले में जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा है जिससे कार्य को शुरू किया जा सके.
बता दें कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले में शहीद हुए देहरादून के तीन वीरों के नाम पर स्मृति द्वार और चौक बनाने थे. जिसका प्रस्ताव भी नगर निगम की बोर्ड बैठक में सर्व समिति से पास किया गया था. लेकिन डेढ़ साल पूरे होने के बाद भी अभी तक इन प्रस्तावों पर कोई अमल नहीं हुआ है. ऐसे में नगर निगम पर सवाल उठने लाजिमी है. बीते दिनों कार्यकारणी की बैठक में भी कई पार्षदों ने इस पर नाराजगी जताई थी. कांग्रेस पार्षदो का कहना है कि नगर निगम घोषणाएं तो करता है लेकिन आज तक शहीदों के नाम पर हुई घोषणा पर काम नहीं हो पाया है.
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पुलवामा में शहीदों के नाम बनने वाले स्मृति द्वार और चौक का प्रस्ताव अधर में लटका - martyrs
14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले में शहीद हुए देहरादून के तीन वीरों के नाम पर स्मृति द्वार और चौक बनाने थे. जिसका प्रस्ताव भी नगर निगम की बोर्ड बैठक में सर्व समिति से पास किया गया था. लेकिन डेढ़ साल पूरे होने के बाद भी अभी तक इन प्रस्तावों पर कोई अमल नहीं हुआ है.
पुलवामा में शहीदों के नाम बनने वाले स्मृति द्वार और चौक का प्रस्ताव में अधर में लटका
नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि कोराना वायरस के चलते यह काम नहीं हो पाया है. संबंधित अधिकारियों को शहीदों के परिवार से बातचीत कर जल्द से ही ऐसे चौक और शहीद द्वार बनाने को लेकर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि इन प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की कोशिश की जाएगी.