देहरादून: कांग्रेस को घर बैठे बैठाए ही त्रिवेंद्र सरकार को घेरने का मौका मिल गया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने उत्तराखंड भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड में हुए वित्तीय घोटाला मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने त्रिवेद्र सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाए हैं. प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य की जनता सरकार के कृत्यों को भली-भांति देख रही है और 2022 का इंतजार कर रही है.
मेनका गांधी के पत्र पर कांग्रेस ने CM को घेरा बता दें कि हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को एक पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने उत्तराखंड भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड में वित्तिय घोटाले की बात कही थी, जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन सांसद मेनका गांधी के इस पत्र ने कांग्रेस को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जीरो टॉलरेंस नीति पर सवाल खड़ा करने का मौका दे दिया है.
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इस मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस का नारा दिया था, लेकिन प्रदेश में जीरो टॉलरेंस कहीं दिखाई नहीं दे रहा है. सरकार पर सत्ता में बैठे लोग ही प्रहार कर रहे हैं.
प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री पर दिए गए हाईकोर्ट के जजमेंट का हवाला देते हुए जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के ही विधायक भ्रष्टाचार को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव ला रहे हैं. सूबे के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज मुख्यमंत्री की विधानसभा में बनी झील में भ्रष्टाचार की बात कह रहे हैं. अब बीजेपी सांसद मेनका गांधी पशुपालन विभाग में गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगा रही हैं. इस घोटाले में मेनका गांधी ने सीबीआई से जांच कराने का आग्रह किया है, लेकिन सरकार इस मामले की स्थानीय स्तर पर जांच करवा रही है.