देहरादून:उत्तराखंड की जेल में बंद कैदियों से अब हर कोई फोन पर बात नहीं कर पाएगा. जेल प्रशासन पोस्टपेड फोन नंबर से बात करने वालों को ही कैदियों से बात करने की अनुमति देगा. जबकि प्रीपेड नंबर से बात करने वाले लोगों को कैदियों से बात करने की अनुमति नहीं मिलेगी. कैदी के जेल से छूटने के बाद अपराधिक गतिविधियों को बढ़ता देख ये फैसला लिया गया है.
दरअसल, जेल प्रशासन के मुताबिक प्रीपेड नंबर से बात करने वाले लोगों का सत्यापन करना कई बार मुश्किल हो जाता है. ऐसे में कैदी इसका फायदा उठाकर बाहर जो सक्रिय गिरोह हैं उनके साथ मिलकर अपराधिक गतिविधियों को लेकर योजनाएं बनाते हैं. जबकि पोस्टपेड नंबर से बात करने वाले लोगों का जेल प्रशासन आसानी से सत्यापन कर उनकी गतिविधियों पर नजर रख सकता है. हालांकि जिन कैदियों के परिजनों और रिश्तेदारों के पास प्रीपेड नंबर हैं, वो जेल में आकर कैदियों से मुलाकात कर सकते हैं.