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कोरोनाकाल में ये दवाइयां बनी संजीवनी, प्रदेश में 90% लोग कर रहे इसका प्रयोग

दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने कोरोना संक्रमण से बचने का उपाय बताया है. उन्होंने कुछ दवाइयों के बारे में जानकारी और सुझाव दिए हैं, जिसको अपनाने से आप घर पर ही अपना इलाज कर सकते हैं.

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देहरादून

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Published : May 11, 2021, 6:58 AM IST

देहरादूनः कोरोना महामारी के इस दौर में कुछ दवाइयां ऐसी हैं जो मरीजों के लिए संजीवनी बनी हुई है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इन दवाइयों को जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा रहा है. बावजूद इसके कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या में हर दिन बढ़ोत्तरी हो रही है. हालांकि सरकार की पूरी कोशिश है कि प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या कम रहे, ताकि अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम रहे.

कोरोनाकाल में ये दवाइयां बनी संजीवनी.

हालांकि अब भी 90% कोरोना संक्रमित मरीज घरों में ही अपना इलाज कर रहे हैं. यही नहीं मौत के आंकड़ों में भी कमी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी प्रयास के तहत लोगों को उन दवाइयों के सेवन की जानकारी दी गई है जिसके जरिए संक्रमण को कुछ हद तक कम किया जा सकता है. राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना के मुताबित आप इन दवाइयों का भी नियमित सेवन कर सकते हैं.

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कोविड-19 से बचाव में निम्न दवाइयों का सेवन करें.

  • Tab Ivermectin 12 mg, एक गोली रोज सुबह शाम खाने के बाद तीन दिन तक.
  • Tab Azithromycin 500mg, एक गोली रोज सुबह खाने के बाद तीन दिन तक.
  • Tab Doxi 100mg, एक गोली रोज सुबह शाम खाने के बाद सात दिन तक.
  • Tab Paracetamol 650mg, एक गोली बुखार आने पर खाएं.
  • Tab Limcee500(Ascorbic Acid 500), तीन बार खाने से पहले दस दिन तक.
  • Tab Zinconia(Elemental Zinc 50mg), सुबह शाम खाने से पहले दस दिन तक.
  • Calcirol Sachet (Cholicalciferol 6000IU), दूध के साथ हफ्ते में एक बार एक महीने तक, उसके बाद महीने में एक बार.

सुझाव

  • प्रतिदिन 3 से 4 लीटर गुनगुना पानी पीएं.
  • दिन में तीन बार भाप लें.
  • आठ घंटे सोएं.
  • प्रीतिदिन हल्का व्यायाम करें अथवा टहलें.
  • ऑक्सीजन मॉनिटर करें.

विशेष सलाह

  • जब बुखार 5 दिन बाद भी रहे एवं ऑक्सीजन लेवल 95% से कम हो और सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह के बाद ही steroid लें.

दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि सामान्य लक्षण वाले मरीजों को भी यह दवाइयां खाने की सलाह है. ऐसा इसलिए क्योंकि यदि समय पर मरीज इन दवाइयों का सेवन करते हैं, तो वह गंभीर अवस्था में जाने से बच सकते हैं.

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