उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

उत्तराखंड में लॉकडाउन लगाने की तैयारी शुरू, कड़े होंगे प्रतिबंध - कोरोना का संक्रमण उत्तराखंड के गांवों में भी पहुंच चुका

कोरोना का संक्रमण उत्तराखंड के गांवों में भी पहुंच चुका है. कोरोना कर्फ्यू के बावजूद जिस स्तर पर संक्रमण बढ़ रहा है वो चिंता का विषय है. वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार लॉकडाउन की तैयारियों में जुट गई है.

Lockdown in Uttarakhand
उत्तराखंड में लॉकडाउन लगाने की तैयारी शुरू

By

Published : May 8, 2021, 3:50 PM IST

Updated : May 8, 2021, 3:58 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण दिन-प्रतिदिन तेजी से फैलता जा रहा है. स्थिति इतनी विकट हो गई है कि पहाड़ों के सुदूर गांवों तक कोरोना का संक्रमण पहुंच गया है. प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू के खास असरदार नहीं होने के बाद अब तीरथ सरकार लॉकडाउन लगाने की तैयारी कर रही है. रविवार के बाद राज्य सरकार लॉकडाउन में भारी प्रतिबंध के साथ नया आदेश जारी कर सकती है. वहीं, कोरोना संक्रमण पर विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए चिर निंद्रा में बताया है. विपक्ष का कहना है कि इसी कारण सरकार कोई कठोर कदम नहीं उठा रही है.

उत्तराखंड में लॉकडाउन लगाने की तैयारी शुरू.

उत्तराखंड में आने वाले हफ्ते में लॉकडाउन लग सकता है. तीरथ सरकार इसको लेकर रूपरेखा तैयार कर रही है. सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने इस दिशा में इशारा करते हुए साफ किया है कि आने वाले हफ्ते में सरकार कड़े कदम उठाने जा रही है. सूत्र बताते हैं कि राज्य में आने वाले हफ्ते से लॉकडाउन लगाया जाएगा. इस दौरान न केवल अंतरराज्यीय आवाजाही पर पूरी तरह से रोक रहेगी. बल्कि प्रदेश के अंदर भी एक जिले से दूसरे जिले में जाने पर भी पाबंदी होगी.

पढ़ें:कोरोना के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता, सख्त कदम उठा सकती है त्रिवेंद्र सरकार

यही नहीं खबर है कि हफ्ते भर लगने वाले इस लॉकडाउन में केवल 2 दिन के लिए ही निश्चित समय के लिए राशन की दुकानें खोली जाएंगी. इस तरह प्रदेश में बेहद कड़े रूप में लॉकडाउन को सरकार लागू करने की तैयारी कर रही है.

प्रदेश की बिगड़ती स्थिति पर विपक्ष भी सरकार को आड़े हाथों ले रहा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार चिर निंद्रा में है. हालात बिगड़ने और देहरादून के देश के टॉप-10 शहरों में शामिल होने के बावजूद भी अब तक कोई कड़े कदम नहीं उठाए गए हैं. जबकि सरकार के पास पहले संक्रमण की लहर के दौरान तैयारी का काफी मौका था. प्रीतम सिंह आरोप लगाते हैं कि सरकार में लॉकडाउन को लेकर अलग-अलग मत हैं. जब सरकार में ही मत भिन्नता हो और सरकार का नेतृत्व करने वाले निर्णय लेने में कमजोर हों तो इसी तरह के हालात पैदा होते हैं.

Last Updated : May 8, 2021, 3:58 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details