ऋषिकेश: कोरोना के हालातों को लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने ऋषिकेश स्थित अपने कैंप कार्यालय में विभिन्न सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों, एनजीओ जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम, कोरोना कर्फ्यू की स्थिति, जरूरतमंद लोगों के लिए आवश्यक सुविधाएं, समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के संबंध में चर्चा की.
जरूरतमंदों की मदद कर रहे समाजसेवी. विधानसभा अध्यक्ष ने सामाजिक व व्यापारी संगठनों एवं पदाधिकारियों से कोरोना कर्फ्यू के दौरान क्षेत्र में जनजागरूकता एवं जरूरतमंद लोगों की सेवा किये जाने संबंधित मसलों पर चर्चा की. सभी व्यापारी संगठनों, पदाधिकारियों का आभार भी व्यक्त किया कि कोरोना की पहली लहर में सभी ने महामारी से निपटने के लिए क्षेत्र में अपनी आवश्यक सेवाएं प्रदान की थी. इस बार भी सभी को एकजुट होकर कोरोना कि इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में समाज की सेवा करनी होगी. इस अवसर पर विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने कोरोना की रोकथाम के लिए विधानसभा अध्यक्ष को अपने सुझाव भी दिये एवं सभी के द्वारा पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया गया.
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विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है इस महामारी के समय मानवता के धर्म को सर्वोपरि मानते हुए सभी को समाज हित में कार्य करने की आवश्यकता है. जाति, धर्म, संप्रदाय एवं क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर इस विपदा के समय उपेक्षित वंचित, जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के लिए आगे आना होगा. इस महामारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस के साथ ही स्वयं अपने परिवार अथवा क्षेत्र को बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है.
जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए समाजसेवी
तीर्थनगरी में इस तालाबंदी की मार सबसे ज्यादा उन लोगों पर पड़ी है, जिन्हें रोज काम पर निकलने के बाद ही पेट भरने के लिए पैसे मिलते थे. यानी दिहाड़ी मजदूर. ऐसे में शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाएं व समाजसेवी आगे आए हैं. विभिन्न संगठनों से जुड़े समाजसेवी डॉ. राजे सिंह नेगी एवं समाजसेवी राधे साहनी ने अपने साथियों सामाजिक कार्यकर्ता संजय बहुगुणा, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष संदीप शर्मा, समाजसेवी राकेश सिंह बिष्ट, महावीर पंवार, सन्नी प्रजापति, प्रवीन असवाल के साथ इस मुश्किल घड़ी में मोबाइल सेवा के जरिए जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरण करना शुरू कर दिया है.
हरकी पैड़ी हरिद्वार से हरिपुर कलां, ऋषिकेश से लेकर तपोवन तक सैकड़ों जरुरतमंदों सहित साधुओं एवं भिक्षुओं के भोजन का प्रबंध इनके द्वारा किया जा रहा है. इसके साथ ही समय-समय पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को भी जूस वितरण भी किया जा रहा है. मोबाइल सेवा की जानकारी देते हुए डॉ. नेगी ने बताया कि उत्तराखंड में कोविड कर्फ्यू लगातार आगे बढ़ाए जाने के बाद उन्होंने अपने मित्रों संग ऐसे लोगों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराने का फैसला लिया है, जिनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है.