देहरादून: लंबी बीमारी के बाद उत्तराखंड के वित्त मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता प्रकाश पंत का निधन हो गया. लेकिन ने अपने विचार, अपनी लेखनी और कविता के जरिए हमेशा जीवित रहेंगे. पढ़िये प्रकाश पंत की कलम से उनके विचार और उत्तराखंड के लिए लिखी गई संकल्पों से भरी उनकी एक कविता.
ये था विचार...
" हमारे जीवन का मुख्य ध्येय है नर सेवा नारयण सेवा. हमारा लक्ष्य है विकास की इस अनवरत प्रक्रिया में समाज के अन्तिम छोर पर खड़े वंचित व्यक्ति के जीवन स्तर में सुधार लाना, विकास की धारा को उस अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना. "
" आज की इन विषम परिस्थितियों में जो वंचित है, दुःखी है, जिनके जीवन में आशा मरणासन्न है ऐसे व्यक्तियों के जीवन में आशा की किरण जगाना और उसके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना ही हमारे जीवन का उद्देश्य है. विकास एक अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है और इस प्रक्रिया में कोई पीछे न छूटे यही हमारा प्रयास है. "
'कलम' से उत्तराखंड के लिए देखा था ये सपना, अधूरा छोड़ चले गये प्रकाश पंत
प्रकाश पंत ने लिखा है कि हमारे जीवन का मुख्य ध्येय है नर सेवा नारयण सेवा. हमारा लक्ष्य है विकास की इस अनवरत प्रक्रिया में समाज के अन्तिम छोर पर खड़े वंचित व्यक्ति के जीवन स्तर में सुधार लाना, विकास की धारा को उस अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना.
प्रकाश पंत लिखते थे कविताएं
प्रकाश पंत की कलम से कविता...
हमारा संकल्प है, पूरा करेंगे
गरीबी से मुक्त - समृद्धि से युक्त,
भेदभाव से मुक्त - समानता से युक्त,
अन्याय से मुक्त - न्याय से युक्त,
गंदगी से मुक्त - स्वच्छता से युक्त,
भ्रष्टाचार से मुक्त - पारदर्शिता से युक्त,
निराशा से मुक्त - आशा से युक्त,
उत्तराखंड बनायेंगे.
नींद से जागो कहते है आप,
हम तो खुली आँख से देखे सपनों को साकार करने वाले हैं.