देहरादून: यूं तो उत्तराखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम लिए प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग युद्ध स्तर पर जुटा है. लेकिन हाल ही में खरीदी गई पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) किट ने एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए है, जिस कारण ये मामला सुर्खियों में आ गया है. क्योंकि इन पीपीई किट की गुणवत्ता खराब बताई जा रही है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
कोरोना वायरस की लड़ाई में पीपीई किट का अहम योगदान होता है. इसके जरिए संक्रमित या संदिग्ध मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी खुद को संक्रमण से बचा सकते है. लेकिन यदि पीपीई किट खराब गुणवत्ता की हो और इसमें भी संक्रमण का खतरा बना रहे तो फिर सोचिए स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल कितना टूट जाएगा.
हाल ही में हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज से खराब गुणवत्ता की पीपीई किट का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग किट खरीद को लेकर सवालों के घेरे में आ गया है.
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