देहरादून: उत्तराखंड में आरक्षित श्रेणी के चिकित्सक स्वास्थ्य विभाग को ढूंढे नहीं मिल रहे हैं. हालात यह हैं कि सालों से इस श्रेणी से जुड़े चिकित्सकों के पद खाली पड़े हैं और विभाग में इन्हें भरने के लिए कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
प्रदेश में यूं तो पहले ही चिकित्सकों के कई पद खाली हैं, लेकिन इनमें 300 से ज्यादा ऐसे पद हैं जिन्हें भरने में चयन बोर्ड के पसीने छूट रहे हैं. स्थिति यह है कि लाख कोशिशों के बाद भी इन पदों को नहीं भरा जा पा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि आरक्षित श्रेणी के चिकित्सकों को इसी श्रेणी में चयनित किए गए चिकित्सकों से भरा जा सकता है, लेकिन आरक्षित श्रेणी के चिकित्सक चयन बोर्ड में नियुक्ति के लिए नहीं पहुंच रहे हैं.