मसूरी: देश में लॉक डाउन के बाद गरीब और दिहाड़ी मजदूरों को रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, इस संकट से बेजुबान जानवर भी अछूते नहीं हैं. जगह-जगह पाबंदियों के चलते इन बेजुबान जानवरोंं को समय पर खाने को कुछ नहीं मिल रहा है. ऐसे में सड़कों और बाजारों में घूमते बेजुबान जानवरों को खाने के लाले पड़ गए हैं.
बेजुबानों का हमदर्द और सच्चा साथी बना मसूरी का गरीब परिवार सड़कों पर भूख से परेशान जानवरों के लिए क्षेत्र के एक गरीब परिवार के पिता-पुत्र ने हाथ बढ़ाया है. दरअसल पिता-पुत्र शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों से बचा हुआ खाना मांग कर खिला रहे हैं. वहीं, कुछ लोग बेजुबान जानवरों को ब्रेड बिस्किट खिला रहे हैं.
क्षेत्र के नरेंद्र ने बताते हैं कि लॉक डाउन के कारण बेजुबान जानवरों को खाने के लिए कुछ नहीं मिल पा रहा है. भूख से कुत्ते रोते बिलखते रहते हैं. उन्होंने बताया कि हम लोगों के घरों से बचे हुए खाने को मांग कर उन जानवरों को खिलाते और पानी पिलाते हैं.
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सामाजिक कार्यकर्ता खेमानंद भट्ट ने कहा कि लोगों के निजी प्रयास से इन जानवरों को खाना खिलाया जा रहा है. सड़कों पर बड़ी संख्या में बेजुबान जानवर घूमते दिखाई देते हैं. उन्होंने कहा कि अगर सभी लोग अपने आस-पास मौजूद जानवरों के खाने की थोड़ा सी व्यवस्था करें, तो इनका पेट आसानी से भरा जा सकता है, साथ ही सरकार को भी इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है.