देहरादून/रुड़की/गदरपुर: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के किसान आंदोलनरत हैं. प्रदेश से भी किसानों की जत्था दिल्ली की ओर रवाना हुआ है, जिन्हें पुलिस ने नारसन बॉर्डर पर रोक लिया है. वहीं, कांग्रेस भी खुलकर किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतर आई है. शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में एश्ले हॉल चौक पर कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रीतम सिंह ने सरकार पर किसानों के आंदोलन को कुचलने का आरोप लगाया.
प्रदर्शन के दौरान प्रीतम सिंह ने केंद्र सरकार जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा केंद्र सरकार के इशारे पर किसानों के आंदोलन को कुचला जा रहा है. उन्होंने कहा देश के लोगों ने मीडिया के माध्यम से इस आंदोलन को देखा है कि किस तरीके से किसान शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं. बावजूद इसके उनपर लाठियां, आंसू गैस के गोले, पानी की बौछारें की जा रही है.
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उन्होंने कहा किसान केंद्र सरकार से एक ही आग्रह करना चाहते हैं कि कृषि कानूनों में एमएसपी का जिक्र सम्मिलित किया जाए. मगर सरकार हठधर्मिता पर उतरी हुई है. उन्होंने कहा कि पूर्व में भी किसानों से वार्ता की गई लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला. मगर आज जब किसान सड़कों पर उतरे हुए हैं तो सरकार वार्ता का प्रस्ताव दे रही है. उन्होंने कहा कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आह्वान पर समूची कांग्रेस किसानों की इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.
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नारसन बॉर्डर पर रोके गये किसान