देहरादून: उत्तराखंड में पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे का मामला बढ़ता जा रहा है.ग्रेड पे की मांग को लेकर पुलिसकर्मियों के परिजनों ने आज धरना-प्रदर्शन कर विरोध जताया. पुलिसकर्मियों के परिजन सुबह गांधी पार्क के गेट के सामने एकत्रित हुए और ग्रेड पे 4600 किए जाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. वहीं बीते दिनों उत्तराखंड भाजपा के संगठन के नेताओं ने उनकी इस मांग को जायज बताया था. वहीं, कांग्रेस ने भी आज इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं का कहना है कि जब तक पुलिस कर्मियों का ग्रेड पे 4600 रुपये नहीं किया जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि, 27 तारीख को कैबिनेट बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा होनी है, लेकिन बैठक से पहले ही राज्य के पुलिसकर्मियों के परिजनों ने देहरादून के गांधी पार्क के सामने जोरदार प्रदर्शन किया.
ग्रेड पे को लेकर पुलिसकर्मियों के परिजन मुखर. पढ़ें-ग्रेड पे मामले में DGP ने कर्मचारियों को दिलाया भरोसा, निस्तारण के लिए कमेटी गठित
इस संबंध में डीजीपी अशोक कुमार और एसएसपी योगेंद्र रावत ने भी चेतावनी और अपील जारी की थी. एसएसपी योगेंद्र रावत ने पुलिसकर्मियों के परिजनों को आश्वासन दिया था कि 27 तारीख को आगामी कैबिनेट बैठक में ग्रेड पे को लेकर सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे.
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ऐसे में उन्होंने परिजनों से आंदोलन न करने की अपील की थी. बता दें कि बारिश के बीच पुलिसकर्मियों के परिजन ग्रेड पे 4600 किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीच का रास्ता नहीं चलेगा, इसलिए उनकी 1 सूत्री मांग पर जल्द गौर किया जाना चाहिए. वहीं, बीते माह मामले की गम्भीरता को देखते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने भरोसा दिलाया था कि पुलिस कर्मचारियों के साथ गलत नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा था कि इस मामले में शासन स्तर पर वार्तालाप कर हल निकालने का प्रयास किया जा रहा है.
सिर मुंडवाकर किया विरोध प्रदर्शन:उत्तराखंड में ग्रेड पे बरकरार रखने की मांग को लेकर पुलिस के परिजनों के समर्थन में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने भी अपना विरोध दर्ज कराया. पुलिसकर्मियों के ग्रेड-पे के समर्थन में डोईवाला के कांग्रेसी नेता भारत भूषण कौशल ने सिर मुंडवाकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया. उन्होंने कहा कोरोना काल के दौरान जब अपना ही खून अपनों के साथ नहीं था उस समय इन्हीं पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर कोरोना से मृत्यु को प्राप्त हो चुके लोगों के अंतिम संस्कार किए. इन पुलिसकर्मियों ने आगे बढ़कर जगह-जगह ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई. भूखे लोगों को भोजन वितरित किया, लेकिन आज जब ग्रेड-पे की बात आई तो सरकार इन्हें नजरअंदाज कर रही है. इसलिए उन्होंने सिर मुंडवा कर पुलिसकर्मियों के परिजनों की आवाज उठाने की कोशिश की है.