देहरादून: उत्तराखंड पुलिस विभाग में जहां एक तरफ दारोगा-इंस्पेक्टर ट्रांसफर पॉलिसी में पारदर्शिता लाने का दावा कर लंबे अर्से से मैदान जिलों में डटे पुलिस कर्मियों को पहाड़ चढ़ाने की कवायद चल रही है. दूसरी तरफ हर बार की तरह इस बार भी पहाड़ की तैनाती से बचने का रास्ता खोज कुछ दारोगा अपना ट्रांसफर STF जैसी अन्य शाखाओं में कराने में सफल हो चुके हैं.
पहाड़ जाने से बचने लिये तरह-तरह के पैंतरे. एसटीएफ में पिछले दिनों 10 पदों की हुई थी बढ़ोत्तरी
उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) में डिमांड अनुसार 2 सब-इंस्पेक्टर सहित 10 पदों की बढ़ोत्तरी के लिए शासन से 15 दिन पहले अनुमति मिली थी. उसी आदेश के मुताबिक देहरादून सिविल पुलिस में तैनात दो सब इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर STF में किया गया है. हालांकि, यह बात भी सामने आ रही है कि दोनों ही ट्रांसफर हुए सब-इंस्पेक्टर तय समयानुसार ट्रांसफर पॉलिसी में पहाड़ चढ़ने की कतार में थे.
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इन 2 सब-इंस्पेक्टर का STF में ट्रांसफर आदेश हुआ
देहरादून के महत्वपूर्ण थाना क्लेमेंनटाउन के प्रभारी नरोत्तम बिष्ट के अलावा देहरादून वर्तमान एसएसपी के पीआरओ विपिन बहुगुणा का ट्रांसफर STF में होने का आदेश आईजी कार्मिक पुष्पक ज्योति द्वारा जारी कर दिया गया है.
दोनों ही सब इंस्पेक्टर एक बार भी नहीं चढ़े पहाड़
जानकारी के मुताबिक, सिविल पुलिस से STF में ट्रांसफर होने वाले दोनों ही सब-इंस्पेक्टर ट्रांसफर पॉलिसी को दरकिनार कर एक बार भी पहाड़ नहीं चढ़े हैं. इतना ही नहीं, पुख्ता जानकारी के मुताबिक सिपाही से प्रमोशन पाकर वर्ष 2008 में दारोगा बनने वाले विपिन बहुगुणा पिछले 13 सालों से देहरादून और हरिद्वार में तैनात हैं जबकि हरिद्वार जिले में सिपाही से प्रमोशन पाकर वर्ष 2009 में सब-इंस्पेक्टर बनने वाले नरोत्तम बिष्ट भी शुरू से ही देहरादून व हरिद्वार जैसे मैदानी जिले में ही रहे हैं.
इस आदेश में सबसे हैरानी की बात ये है कि एसटीएफ से पहले दोनों सब इंस्पेक्टरों को अलग-अलग जगह ट्रांसफर किया गया और उसी के आधार पर इन दोनों का तबादला एसटीएफ में कर दिया गया. जबकि उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स में सवा महीना पहले गढ़वाल रेंज से सब इंस्पेक्टर मोहम्मद यासीन का ट्रांसफर किया गया था. अब उनको देहरादून जिले में ट्रांसफर कर दिया है जबकि दारोगा संदीप कुमार को एसटीएफ से पौड़ी गढ़वाल के लिए अटैच कर दिया गया है.