देहरादून:पौष्टिक पदार्थों के नाम पर जहर बेचने वालों की अब खैर नहीं है. उत्तराखंड पुलिस अब ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने जा रही है. अगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए पुलिस एक अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाने जा रही है.
मिलावटखोरों पर लगाम लगाने में नाकाम हुआ खाद्य सुरक्षा विभाग अक्सर देखने में आता है कि प्रदेश का खाद्य सुरक्षा विभाग मिलावटखोरों पर प्रभावी कार्रवाई करने में नाकाम साबित होता है. यही कारण है कि प्रदेश के अलग-अलग शहरों में मिलावटखोर दूध, दही, घी और मावे के नाम पर जहर बेच रहे हैं. संबंधित विभाग की कमजोरी के चलते यह गोरखधंधा बदस्तूर जारी है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि मिलावटखोर व नकली खाद्य पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस ने मोर्चा खोल दिया है.
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पुलिस अब इस तरह के मामले में लिप्त पाए जाने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 273, 272, 275, 276 आजीवन कारावास जैसी सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज करेगी. हाल ही में इसका उदाहरण देखने को मिला था.
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बीते दिनों देहरादून के पटेल नगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने नकली मावा बनाने वाले की फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ किया था. इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को आईपीसी की ऐसी धाराओं में जेल भेजा था कि उनकी अभीतक जमानत भी नहीं हो पाई है. उसी कार्रवाई को उदाहरण बनाकर उत्तराखंड पुलिस अक्टूबर में त्योहारों से पहले विशेष अभियान चलाने जा रही है. इस बारे में प्रदेश पुलिस मुख्यालय की ओर सभी जिला प्रभारियों को लिखित आदेश जारी कर दिया गए हैं.
इसके बारे में डीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार ने बताया कि ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस अब आईपीसी की आजीवन कारावास वाली धाराओं (273, 272, 275, 276) में कार्रवाई करेगी. जिससे उनका बचना बेहद मुश्किल हो जाएगा.