उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

चोरों का मुखबिर निकला सिपाही, पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों ने खोला राज - चोरों के साथ सिपाही भी गिरफ्तार

देहरादून में पुलिस ने चार चोरों के साथ एक सिपाही को भी गिरफ्तार किया है. सिपाही का नाम स्वप्निल ऋषि है, वो लालतप्पड़ में तैनात था. जो लगातार आरोपियों तक पुलिस की जानकारी पहुंचाता था. इसकी एवज में वो अपनी जेब गर्म करता था.

accused arrested
accused arrested

By

Published : Oct 29, 2021, 4:19 PM IST

Updated : Oct 29, 2021, 5:47 PM IST

देहरादूनःराजधानी दून में पुलिस ने सिपाही समेत चार चोरों को गिरफ्तार किया है. आरोपी सिपाही चोरों के साथ मिला हुआ था और पुलिस मूवमेंट की जानकारी चोरों तक पहुंचाता था. इतना ही नहीं इसकी एवज में सिपाही चोरों से अच्छी खासी रकम वसूलता था. पुलिस की मानें तो आरोपी डोईवाला में बंद पड़ी फैक्ट्रियों में चोरी की घटनाओं को लगातार अंजाम दे रहे थे, लेकिन चोरी के बाद आसानी से बच कर निकल जाते थे. इसमें उनकी मदद लालतप्पड़ में तैनात सिपाही स्वप्निल ऋषि करता था.

दरअसल, डोईवाला के माजरी ग्रांट के बिरला पावर सेलियांस निवासी चंद्रभान सिंह पाल ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया कि लालतप्पड़ में बिरला पावर सेलियांस (बिरला यामाहा) में चोरी की घटनाएं हो रही है, जहां से लोहे और मशीनें गायब हो रही है. जबकि, फैक्ट्री बंद पड़ी हुई है. सिक्योरिटी गार्ड और केयर टेकर न होने के कारण कल रात भी कंपनी में चोरी हुई है.

चोरों के साथ सिपाही गिरफ्तार.

तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने टीमें गठित की. टीम ने घटना स्थल के आस-पास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले. साथ ही मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया. इसी बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपियों मोहम्मद इरशाद निवासी बिजनौर, मुकम्मिल निवासी डोईवाला और भोला निवासी ऋषिकेश को लोहे के बडे छह फीट के 5 गार्टर और 34 बडे-छोटे एंगल के साथ माजरी ग्रांट लालतप्पड़ से गिरफ्तार किया.

ये भी पढ़ेंःघर में घुसकर युवती के साथ रेप, आरोपी के परिजनों ने पीड़िता से की मारपीट

सिपाही ने चोरों को पहले भी पकड़ा थाः एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि आरोपी बीते एक साल से बंद पड़ी फैक्ट्री के अंदर गैस कटर की सहायता से गार्टर और एंगलों को काटकर उनके छोटे-छोटे टुकडे़ बनाकर ऋषिकेश व अन्य क्षेत्रों में ले जाकर बेच रहे थे. आरोपियों ने बताया कि इससे पहले भी लालतप्पड़ चौकी में तैनात सिपाही स्वप्निल ऋषि ने उन्हें चोरी के माल के साथ पकड़ा था, लेकिन कुछ हिस्सा देने पर सिपाही ने मौके पर ही छोड़ दिया.

सिपाही इसके एवज में वसूलता था मोटी रकमःआरोपियों ने बताया कि सिपाही लगातार उनके संपर्क में था और चोरी के घटनाओं को अंजाम देने के दौरान वो पुलिस के मूवमेंट से संबंधित सारी जानकारियां आरोपियों को देता था. इसके एवज में आरोपी उसे हर चोरी में से 10 से 15 हजार तक का हिस्सा देते थे. पूछताछ के दौरान सिपाही स्वप्निल ऋषि का नाम सामने आने पर अभियोग में धारा 120 B की बढ़ोत्तरी की गई.

ये भी पढ़ेंःदेहरादून: कबूतरबाज गैंग का सरगना गिरफ्तार, एक्स आर्मी अफसरों को बनाता था निशाना

सिपाही को सस्पेंड कर कानूनी कार्रवाई जारीः देहरादून एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि सिपाही लगातार चोरों के साथ संपर्क में था और हर स्तिथि की जानकारी दे रहा था. सिपाही को सस्पेंड कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. आरोपियों के पास से लोहे के एंगल, लोहे के बड़े गाटर बरामद किए हैं. मामले में एक आरोपी अभी फरार बताया जा रहा है. जिसकी तलाश की जा रही है.

बरहाल, जब पुलिस की ही संलिप्ता अपराध में पाई जाती है तो खाकी की कार्यप्रणाली और मुस्तैदी पर भी सवाल उठना लाजिमी है. ये पहला मौका नहीं है जब आरोपियों को पुलिस की शह मिली है. इस तरह की मामले पहले भी सामने आ चुके हैं. जो पुलिस महकमे पर बड़ा सवाल खड़ा करता है.

Last Updated : Oct 29, 2021, 5:47 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details