देहरादूनःउत्तराखंड में बीएएमएस की फर्जी डिग्री मामले में 20वीं गिरफ्तारी हुई है. आज एसटीएफ ने फर्जी बीएएमएस डॉक्टर को देहरादून के छिपयान अंडों वाली गली से दबोचा है. एसटीएफ ने डॉक्टरी की फर्जी डिग्री मामले में 36 फर्जी डॉक्टरों को चिन्हित किया था. मामले में अन्य संदिग्ध आरोपियों के बारे में भी जानकारी जुटाई गई है.
बता दें कि बीती 11 जनवरी को उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया था. इस मामले में एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर स्थित बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन इमरान समेत दो फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया था. इमरान और इमलाख दोनों भाई कॉलेज के संचालक थे. जो कॉलेज की आड़ में बीएएमएस समेत अन्य कोर्स की जाली डिग्रियां बेच रहे थे.
तीन फरवरी को एसटीएफ ने हिस्ट्रीशीटर इनामी इमलाख को गिरफ्तार किया था. जिसके पास से काफी संख्या में जाली डिग्रियां और अन्य दस्तावेज बरामद हुए थे. वहीं, पूरे मामले में एसटीएफ की टीम ने 36 फर्जी डॉक्टरों को चिन्हित किया था. जिसके बाद 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. साथ ही भारतीय चिकित्सा परिषद के तीन कर्मचारियों की गिरफ्तारी करते हुए जेल भेजा जा चुका है.
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थाना नेहरू कॉलोनी सीओ अनिल जोशी ने बताया कि एसआईटी की टीम ने संबंधित एक और डॉक्टर आसिफ अंसारी को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही अब तक 20 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. आसिफ ने राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस कर्नाटक के बंगलुरु से फर्जी डिग्री लेकर भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड में पंजीकरण कराया था.
उन्होंने बताया कि मामले में अन्य संदिग्ध आरोपियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई गई है. साथ ही मुकदमा से संबंधित अन्य फर्जी डॉक्टरों के संबंध में भी सभी जानकारी जुटा ली गई है. उनकी गिरफ्तारी के लिए 3 टीम नियुक्त की गई है. जल्द ही सभी फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.