हल्द्वानी/देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हल्द्वानी के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान पीएम मोदी प्रदेश के लिए हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश में 23 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं की कीमत 17,500 करोड़ रुपए है.
23 परियोजनाओं में से 14,100 करोड़ रुपये से अधिक की 17 परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी. इन परियोजनाओं में सिंचाई, सड़क, आवास, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे, उद्योग, स्वच्छता, पेयजल आपूर्ति से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं. इस कार्यक्रम में कई सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं, पिथौरागढ़ में एक जलविद्युत परियोजना और नैनीताल में सीवरेज नेटवर्क में सुधार के लिए परियोजनाओं सहित 6 परियोजनाओं का उद्घाटन होगा.
लखवार बहुउद्देशीय परियोजना की आधारशिला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 5750 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली लखवार बहुउद्देशीय परियोजना की आधारशिला रखेंगे. यह परियोजना पहली बार 1976 में कल्पना की गई थी और कई वर्षों से लंबित थी. यह परियोजना लगभग 34,000 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि की सिंचाई के साथ 300 मेगावाट जल विद्युत उत्पादन करेगी और छह राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान को पेयजल की आपूर्ति करने में सक्षम होगी. हल्द्वानी दौरे पर प्रधानमंत्री दूर-दराज के इलाकों में कनेक्टिविटी में सुधार के लिए 8700 करोड़ रुपये की कई सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
इन योजनाओं का करेंगे शिलान्यास: पीएम मोदी जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे उनमें 4000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाली 85 किलोमीटर मुरादाबाद-काशीपुर सड़क को चार लेन का बनाना शामिल है. गदरपुर-दिनेशपुर-मडकोटा-हल्द्वानी रोड (एसएच-5) के 22 किलोमीटर के हिस्से को टू लेन और किच्छा से पंतनगर (एसएच-44) तक 18 किलोमीटर के हिस्से को दो लेन का बनाना भी शामिल है.
ऊधमसिंह नगर में 8 किलोमीटर लंबे खटीमा बाईपास का निर्माण. 175 करोड़ से अधिक की लागत से चार लेन राष्ट्रीय राजमार्ग (NH109D) का निर्माण किया जा रहा है. इन सड़क परियोजनाओं से गढ़वाल, कुमाऊं और तराई क्षेत्र की कनेक्टिविटी और उत्तराखंड और नेपाल के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा. बेहतर कनेक्टिविटी से जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क तक पहुंचने में सहूलियत होगी. साथ ही रुद्रपुर और लालकुआं में औद्योगिक क्षेत्रों को भी फायदा होगा.