देहरादूनःप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2023 की पहली मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. वहीं मन की बात कार्यक्रम का यह 97वां एपिसोड था. जिसमें पीएम मोदी ने कई अहम मुद्दों पर बात की. उन्होंने रुड़की में संचालित एटेरो रीसाइक्लिंग का जिक्र भी किया. एटेरो ई वेस्ट पर कार्य कर रहा है और इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट को रीसाइकिल करने में मदद कर रहा है. उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून के सभागार में संस्थान एवं समाज कल्याण विभाग के राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय अधोईवाला के बच्चों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात सुनी.
दरअसल, पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि हर साल 50 मिलियन टन ई वेस्ट फेंका जा रहा है. आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कितना होता है? आज ऐसे स्टार्टअप की कमी नहीं, जो इस दिशा में इनोवेटिव काम कर रहे हैं. आज करीब 500 ई वेस्ट रीसाइकिलर्स इस क्षेत्र से जुड़े हैं. इस सेक्टर ने हजारों लोगों को रोजगार भी जोड़ा है.
रुड़की ई वेस्ट रीसाइक्लिंग का किया जिक्रः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि उत्तराखंड के रुड़की की एटेरो रीसाइक्लिंग ने तो इस क्षेत्र में दुनियाभर में कई पेटेंट हासिल किए हैं. जिसने खुद की ई वेस्ट रीसाइक्लिंग तकनीक तैयार कर ढेर सारे पुरस्कार अर्जित कर काफी नाम कमाया है.
पीएम मोदी ने कहा कि ई कचरा को ठीक से व्यवस्थित नहीं किया गया तो यह हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन अगर सावधानीपूर्वक ऐसा किया जाता है तो यह रीसायकल और पुन: उपयोग की परिपत्र अर्थव्यवस्था की बहुत बड़ी ताकत बन सकती है.
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गौर हो कि रुड़की में एटेरो की एंड टू एंड ई वेस्ट रीसाइक्लिंग यूनिट स्थापित है. एटेरो बेंगलुरु आधारित ई वेस्ट रीसायक्लर और मेटल एक्सट्रैक्शन यानी धातु निष्कर्षण की स्टार्टअप कंपनी है. जो ई वेस्ट रीसाइक्लिंग पर कार्य कर रही है. रुड़की में स्थापित एटेरो में इलेक्ट्रॉनिक कचरे को रीसाइकिल किया जाता है.
इसके अलावा कचरे से धातुओं या पुन: प्रयोज्य संसाधनों को निकालता है. साथ ही ई वेस्ट के ट्रीटमेंट में भी मदद करता है. इतना ही नहीं विभिन्न कमर्शियल संस्थाओं से कचरा भी एकत्रित कर उसे रीसाइकिल करता है.
देहरादून के वत्सल का भी किया जिक्रःवहीं, पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देहरादून के एक शख्स का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि 'देहरादून के वत्सल जी ने मुझे लिखा है कि 25 जनवरी का मैं हमेशा इंतजार करता हूं. क्योंकि, उस दिन पद्म पुरस्कारों की घोषणा होती है और एक प्रकार से 25 तारीख की शाम ही मेरी 26 जनवरी की उमंग को और बढ़ा देती है.
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वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वालों को वैश्विक पहचान दिलाने का कार्य किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ई-कचरा के सही निस्तारण के लिए प्रधानमंत्री ने चिंता व्यक्त की है. ई-कचरे को एकत्रित कर उसकी री-साइकिलिंग के लिए ई-बेस टेक्नोलॉजी को हमें राज्य में बढ़ावा देना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा ई-कचरे के लिए रूड़की की एटेरो री-साइकिलिंग की ई-बेस टेक्नोलॉजी का जिक्र किया गया है. उन्होंने रूड़की की एटेरो री-साइकिलिंग की ई-बेस टेक्नोलॉजी द्वारा ई-कचरे के लिए विकसित की गई तकनीक की सराहना की.