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ये कैसा प्लास्टिक मुक्त अभियान? कार्यक्रम में ही जमकर इस्तेमाल हुआ प्लास्टिक

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Published : May 30, 2022, 4:49 PM IST

Updated : May 30, 2022, 5:15 PM IST

देहरादून में प्लास्टिक मुक्त अभियान को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. हैरानी की बात ये रही कि जिस कार्यक्रम में शहर को प्लास्टिक मुक्त रखने का बखान किया, उसी कार्यक्रम में प्लास्टिक का इस्तेमाल होता नजर आया है. जिसे छात्रों तक ने गलत ठहराया.

Plastic Mukt Abhiyan
प्लास्टिक मुक्त अभियान

देहरादूनःनगर निगम परिसर में प्लास्टिक मुक्त कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें मेयर सुनील उनियाल गामा, नगर आयुक्त मनुज गोयल और कई स्कूली छात्र शामिल हुए. इस दौरान प्लास्टिक मुक्त अभियान में हिस्सा लेकर सबसे ज्यादा प्लास्टिक इकट्ठा करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया.

बता दें कि बीती 26 मार्च से देहरादून शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने को लेकर नगर निगम की ओर से स्कूलों में प्लास्टिक मुक्त अभियान चलाया गया था. जिसमें करीब 100 स्कूलों के 50 हजार छात्रों ने हिस्सा लिया. अभियान के दौरान बच्चों समेत उनके अभिभावकों ने प्लास्टिक इकट्ठी की. इस दौरान नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया कि इस अभियान के दौरान 100 स्कूलों में दो हजार किलो प्लास्टिक इकट्ठी की गई. यह अभियान अभी आगे भी जारी रहेगा.

देहरादून में प्लास्टिक मुक्त कार्यक्रम.

देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि प्लास्टिक मुक्त अभियान समय-समय पर चलाया जाता है. कोरोनाकाल में इस अभियान को बंद कर दिया गया था, लेकिन फिर से अभियान शुरू कर दिया है. इस बार 50 हजार स्कूली बच्चे इस अभियान से जुड़े हैं. निगम की टीम लगातार स्कूलों में जा रही है. साथ ही अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

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इस अभियान से लोगों का रुझान भी बढ़ा है. बच्चे भी इस अभियान में रुचि ले रहे हैं. इस अभियान के तहत बच्चों के अंदर जागरूकता आई है. उम्मीद है कि एक दिन देहरादून प्लास्टिक मुक्त होगा. उन्होंने बताया कि जागरूकता कार्यक्रम चरणबद्ध चलाया जाएगा. जब समय सीमा खत्म हो जाएगी तो प्लास्टिक का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ ज़ुर्माना लगाया जाएगा.

नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया कि इस अभियान में स्कूलों और बच्चों के माध्यम से प्रेरित किया जा रहा है कि प्लास्टिक का प्रयोग कम करें. जो भी प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हैं, उसका डिस्पोजल सही तरीके से करें. इस अभियान में स्कूली बच्चों ने काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. जो प्लास्टिक इकट्ठा किया गया है, उसे रिसाइकिल किया जाएगा.

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उन्होंने बताया कि सिंगल यूज में 50 माइक्रोन से कम प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने की कार्रवाई की जाती है. उसके ऊपर की प्लास्टिक प्रतिबंधित नहीं है. आज के समय में चिप्स और बिस्किट के पैकेट को बंद नहीं कर सकते, लेकिन इसका डिस्पोजल सही तरीके से कर सकते हैं. यह हमारी जिम्मेदारी है.

ये कैसा प्लास्टिक मुक्त कार्यक्रम, प्लास्टिक में लपेटकर दिया गया सामानःवहीं, प्लास्टिक मुक्त कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों, छात्रों और अन्य लोगों को खाने का डिब्बा दिया गया, लेकिन जहां एक तरफ प्लास्टिक मुक्त कार्यक्रम चल रहा था, वहीं इन डिब्बों में प्लास्टिक में लपेटकर खाने का सैंडविच और अन्य सामान दिया गया. स्कूली छात्रों ने बताया कि नगर निगम ने प्लास्टिक में लपेटकर सामान दिया, वो गलत है.

Last Updated : May 30, 2022, 5:15 PM IST

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