देहरादूनः केरल के कोझिकोड हवाई अड्डे पर अपनी सूझबूझ और हिम्मत के जरिए 170 लोगों की जान बचाने वाले कैप्टन दीपक वसंत साठे का देहरादून से खास नाता रहा है. कैप्टन दीपक ने अपनी स्कूलिंग का महत्वपूर्ण समय देहरादून में बिताया था. उन्होंने दून के कैंब्रियन हॉल स्कूल से पढ़ाई की थी. दिवंगत कैप्टन दीपक बचपन से ही काफी होनहार थे. वो गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे.
केरल विमान हादसे का शिकार हुए दिवंगत कैप्टन दीपक साठे आज हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन उनकी शानदार यादें उनसे जुड़े लोगों को हमेशा उनकी याद दिलाती रहेंगी. कैप्टन दीपक ने हवाई अड्डे पर लैंडिंग के दौरान अपनी सूझबूझ के जरिए करीब 170 लोगों की जान बचाई. उनकी इसी हिम्मत और बलिदान को देश याद कर रहा है.
बता दें कि कैप्टन दीपक की स्कूलिंग का महत्वपूर्ण समय देहरादून में बीता है. दरअसल, दीपक के पिता भारतीय सेना में ही अफसर थे और देहरादून के इंडियन मिलिट्री एकेडमी में साल 1966 के दौरान उन्हें पोस्टिंग दी गई थी. तब दीपक के पिता सेना में कैप्टन थे. इस दौरान दीपक को पिता ने देहरादून के कैंट क्षेत्र में स्थित कैंब्रियन हॉल स्कूल में एडमिशन दिलवाया था.
कैंब्रियन हॉल स्कूल के प्रिसिंपल डॉक्टर एसी ब्याला बताते हैं कि करीब एक साल ही कैंब्रियन हाल में पढ़ने के दौरान उनके पिता का तबादला किसी दूसरे राज्य में हो गया. जिसके चलते कैप्टन दीपक को स्कूल छोड़ना पड़ा, लेकिन इसके बाद साल 1970 में एक बार फिर बतौर मेजर दीपक के पिता की पोस्टिंग देहरादून के आईएमए में हुई. इसके बाद कैप्टन दीपक ने कैंब्रियन हॉल से ही अपनी दसवीं और 11वीं की परीक्षा पास की.