उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

लॉकडाउन की मार से 'क्लोज' हुआ कैमरे का कारोबार!, सता रहा ये डर - Coronavirus vaccines and treatment

देशभर में चल रहे लॉकडाउन ने हर आम-ओ-खास की कमर तोड़ दी है. व्यापार-व्यवसाय, उद्योग धंधे और नौकरी पेशा लोग परेशान हो गए हैं. लॉकडाउन की वजह से शादी-विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश समेत अन्य शुभ संस्कारों पर रोक लगी है. इस वजह से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का काम करने वाले लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गयी है.

Lockdown Special
'क्लोज' हुआ कैमरे का कारोबार.

By

Published : May 21, 2020, 10:19 AM IST

Updated : May 21, 2020, 3:19 PM IST

देहरादून:देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से न सिर्फ देश की आर्थिकी को बड़ा नुकसान हुआ है, बल्कि देश के तमाम छोटे बड़े व्यापारियों, किसानों, मजदूरों को भी आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है. छोटे व्यापारियों में शामिल फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर पर भी इस लॉकडाउन की दोहरी मार पड़ी है. क्योंकि इनकी रोजी-रोटी के साधन सीमित और सीजन पर निर्भर करते हैं. ऐसे में फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर आखिर किस तरह अपनी गुजर-बसर कर रहे हैं? क्या है इनकी स्थिति? देखिए ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट..

लॉकडाउन में फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर का कोरोबार ठप !

फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर की आय का मुख्य स्रोत शादी-विवाह, पार्टियां, प्रोग्राम शूटिंग आदि हैं. लेकिन वैश्विक महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के बीच पार्टियों, प्रोग्राम की शूटिंग आदि पर रोक लगा दी गई है. हालांकि, शादी के लिए इजाजत तो मिल रही है लेकिन शादी के दौरान अधिकतम 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं. ऐसे में कोई भी इन फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर को हायर नहीं कर रहा है. इसके चलते पिछले 3 महीने से फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर बेरोजगार घूम रहे हैं.

फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर से चलतीं हैं तमाम अन्य लोगों की दुकानें

फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर की आय जहां शादी-विवाह और पार्टियां की शूटिंग आदि पर निर्भर होती है तो वहीं कई ऐसे व्यवसायी भी हैं, जिनकी आय इन फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर पर निर्भर करती है. क्योंकि, फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर सिर्फ फोटो खींचने और वीडियो बनाने तक ही सीमित रहते हैं. इसके बाद फोटोग्राफर फोटो को लैब में भेजता है, तो वहीं वीडियोग्राफर वीडियो को एडिटिंग लैब भेजता है. इससे इन लैब संचालकों की भी रोजी-रोटी चलती है. इसके साथ ही कैमरा रिपेयर करने वाले भी इन्हीं फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर पर निर्भर रहते हैं.

वीडियोग्राफर अतुल बंसल के सामने खड़ी है बड़ी समस्या

वीडियोग्राफर अतुल बंसल लंबे समय से वीडियोग्राफी का काम कर रहे हैं. लेकिन जिस कैमरे से वीडियोग्राफी का काम करते थे उसकी टेक्नोलॉजी काफी पुरानी होने से उन्हें काफी दिक्कतें आतीं थीं. इसके बाद उन्होंने नए कैमरे खरीदने का फैसला लिया और 5 लाख रुपये का कैमरा उन्होंने लोन पर खरीदा. बंसल चाहते थे कि वीडियोग्राफी करने में आसानी हो और अच्छी क्वालिटी के वीडियो पार्टियों को मिल सकें. लेकिन उन्हें क्या पता था कि कोरोना वायरस जैसी महामारी दस्तक देगी और उनका पूरा काम ठप पड़ जाएगा. अतुल बंसल अपने घर में कमाने वाले अकेले व्यक्ति हैं और वीडियोग्राफी करके ही अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. लॉकडाउन के चलते अतुल बंसल के सामने न सिर्फ परिवार का भरण-पोषण करने की चुनौती है बल्कि लोन चुकाने की चिंता भी सता रही है.

लॉकडाउन में फोटोग्राफरों को लाखों का नुकसान

देहरादून फोटोग्राफर एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इन फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर की आय सिर्फ सीजन में ही होती है. इस सीजन लॉकडाउन हो जाने से प्रति फोटोग्राफर को करीब 4-4 लाख का नुकसान हुआ है. अभी भी लॉकडाउन खुलने की उम्मीद नहीं है. ऐसे में अब यह पूरा साल ऐसे ही निकल जाएगा और इस साल कोई भी इनकम नहीं होगी.

लॉकडाउन खुलने का इंतजार

कोरोना के बढ़ते मामलों और देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से देश की आर्थिकी पर भी गहरा असर पड़ा है. इस बीच राज्य सरकार ने दुकानें खोलने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन जब लोग काम नहीं करेंगे तो उनका खर्चा कैसे चलेगा. लिहाजा, अब बस पूरी तरह लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का काम शुरू हो जाए, जिससे उनकी रोजी-रोटी भी चलनी शुरू हो जाएगी.

Last Updated : May 21, 2020, 3:19 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details